कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानवादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने का गंभीर आरोप लगाया था|इस आरोप के बाद भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं।जस्टिन ट्रूडो लगातार भारत पर आरोप लगाते रहे हैं और भारत के खिलाफ सबूत होने का दावा करते रहे हैं|भारत ने ट्रूडो के सभी आरोपों को खारिज कर दिया है|
इस बीच, 21 सितंबर को भारत ने कनाडाई नागरिकों को वीजा जारी करने की सेवा को अस्थायी रूप से निलंबित करने का फैसला किया था। यह सेवा पिछले दो माह से बंद है|इस बीच, भारत ने अब कनाडाई नागरिकों के लिए ई-वीजा सेवा फिर से शुरू कर दी है।यह खबर समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से प्रकाशित की है|
21 सितंबर को, विदेश मंत्रालय ने घोषणा की थी कि कनाडाई दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों के लिए ‘सुरक्षा खतरे’ के कारण कनाडाई नागरिकों को भारतीय वीजा जारी करना अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।कनाडा में भारतीय उच्चायोग की वेबसाइट पर भी इसकी जानकारी दी गई|इससे एक दिन पहले 20 सितंबर को भारत ने कनाडा में रह रहे भारतीय नागरिकों से सावधानी बरतने को कहा था|
भारत ने बढ़ती भारत विरोधी गतिविधियों और कूटनीतिक तनाव को देखते हुए यह चेतावनी दी थी। इसके बाद कनाडा के नागरिकों को वीजा देना बंद कर दिया गया,लेकिन करीब दो महीने बाद भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए इलेक्ट्रॉनिक वीजा सेवा शुरू कर दी है| जी-20 की वर्चुअल बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो आमने-सामने होंगे| इस बैठक से पहले भारत ने कनाडाई नागरिकों को राहत दी है| बताया जा रहा है कि दोनों देशों के रिश्तों को पटरी पर लाने के लिए भारत ने पहला कदम उठाया है|
इस बीच, चूंकि भारत सरकार ने कनाडाई नागरिकों को वीजा जारी करना बंद कर दिया है, ऐसे कनाडाई नागरिक जो भारत आना चाहते हैं, लेकिन अभी तक उनके पास वीजा नहीं है, वे इस फैसले से प्रभावित हुए हैं। इस फैसले से भारत आने के इच्छुक कारोबारियों, कनाडाई पर्यटकों, कनाडाई छात्रों के साथ-साथ कनाडा में भारतीय नागरिकों के रिश्तेदारों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। साथ ही इस फैसले से कनाडा में भारतीय नागरिकों के रिश्तेदारों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है|
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