“क्या यह आपातकाल है?” पत्रकारों पर छापेमारी पर सुप्रिया सुले का मोदी सरकार से सवाल​!

न्यूज वेबसाइट 'न्यूज़क्लिक' पर चीन से फंड लेने और उस देश के पक्ष में प्रचार करने का आरोप लगा है। इस बीच पत्रकारों पर छापेमारी और समाचार संगठनों के दफ्तरों पर छापेमारी को लेकर सांसद सुप्रिया सुले आक्रामक हो गई हैं​|​​ क्या सुप्रिया सुले की इस हरकत से देश में नरेंद्र मोदी सरकार पर आपातकाल लग गया है? ऐसा प्रश्न पूछा गया है​|​

“क्या यह आपातकाल है?” पत्रकारों पर छापेमारी पर सुप्रिया सुले का मोदी सरकार से सवाल​!

"Is this an emergency?" Supriya Sule questions Modi government on raids on journalists!

दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को ‘न्यूज़क्लिक’ से जुड़े पत्रकारों और 30 अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की। पूरे दिन उनसे पूछताछ की गई और दिन के अंत में संस्थापक प्रबीर पोकलाकायस्थ और मानव संसाधन विभाग के प्रमुख अमित चक्रवर्ती को गिरफ्तार कर लिया गया। न्यूज वेबसाइट ‘न्यूज़क्लिक’ पर चीन से फंड लेने और उस देश के पक्ष में प्रचार करने का आरोप लगा है। इस बीच पत्रकारों पर छापेमारी और समाचार संगठनों के दफ्तरों पर छापेमारी को लेकर सांसद सुप्रिया सुले आक्रामक हो गई हैं|क्या सुप्रिया सुले की इस हरकत से देश में नरेंद्र मोदी सरकार पर आपातकाल लग गया है? ऐसा प्रश्न पूछा गया है|

सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, हमारे राज्य में किसानों की स्थिति गंभीर है|सोयाबीन, कपास की फसल को नुकसान हुआ है. वहीं, फसल की भी गारंटी नहीं है|राज्य सरकार किसानों पर ध्यान नहीं दे रही है|उन्हें सिर्फ इस बात की चिंता है कि उनकी सरकार बच जाये|हालांकि विधायक 200 हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ सरकार बनाए रखने की चिंता है|मैं विरोधी के तौर पर नहीं बोल रहा हूं​,लेकिन किसी को तो सच बताना ही होगा|

सुप्रिया सुले ने कहा, देश में जो भी सच बोलता है उसके पीछे ICE (इनकम टैक्स, सीबीआई, ईडी) लगी होती है| हम पिछले कुछ सालों से यही कहते आ रहे हैं|अब सुप्रीम कोर्ट ने भी यही कहा है​,जो सच बोलेगा उसके पास इनकम टैक्स (आयकर विभाग), सीबीआई (अपराध जांच विभाग) और ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) का सासेरा है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सरकार को इस बर्फ का इस्तेमाल कम करना चाहिए|सुप्रीम कोर्ट ने आरोप लगाया है कि ईडी, सीबीआई और आईटी का दुरुपयोग किया जा रहा है|

सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, कल ही देश में पत्रकारों पर छापे पड़े|उन पत्रकारों का क्या कसूर था? हर अखबार कहता है कि कोई सबूत नहीं है|हालांकि जो भी इसके खिलाफ बोलेगा उस पर कार्रवाई होगी|आईटी को नोटिस भेजा जाएगा|पहले बीबीसी और अब न्यूज़क्लिक पर मुक़दमा चलाया गया है। क्या यह आपातकाल है? आपातकाल इंदिरा गांधी ने लगाया था|हालांकि, उन्होंने कहा कि आपातकाल लागू किया जा रहा है​,लेकिन अब देश में हर कोई डरा हुआ है. देश में बहुत संघर्ष चल रहा है|

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