संसद से वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 के पारित होने और राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद जबलपुर में मुस्लिम समाज में खुशी की लहर दौड़ गई। शहर के औमती चौक पर वरिष्ठ भाजपा नेता जमा खान के नेतृत्व में मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोगों ने एकत्र होकर मिठाइयां बांटीं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में मौजूद समाज के लोगों ने इस ऐतिहासिक कदम को “मुस्लिम समाज के सशक्तिकरण की दिशा में निर्णायक पहल” बताया। जमा खान ने कहा, “वक्फ बिल मुसलमानों का भविष्य संवारेगा। वर्षों से जिन संपत्तियों का दुरुपयोग हो रहा था, अब वह व्यवस्था सुधरेगी और इसका लाभ समाज के गरीब, मजदूर और बेसहारा लोगों को मिलेगा।”
जमा खान ने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि, “पिछले 70 वर्षों से वक्फ संपत्तियों पर कुछ लोगों का कब्जा रहा है, जिन्हें अब यह बिल खत्म करेगा। विपक्ष इस बिल पर झूठ फैलाकर मुस्लिम समाज को गुमराह करना चाहता है, लेकिन अब समाज सच्चाई के साथ है।” कार्यक्रम में मौजूद एस के मुद्दीन ने कहा कि यह बिल मुस्लिम समाज की दशा और दिशा बदलने की ताकत रखता है। “यह केवल कानून नहीं, बल्कि एक उम्मीद है जो समाज को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी।”
गौरतलब है कि इस विधेयक को संसद के दोनों सदनों से पारित होने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही अब वक्फ अधिनियम, 1995 का नाम बदलकर “यूनिफाइड वक्फ मैनेजमेंट, इम्पावरमेंट, एफिशिएंसी एंड डेवलपमेंट (उम्मीद) अधिनियम, 1995” कर दिया गया है।
बिल को लोकसभा में 288 के मुकाबले 232 वोटों से और राज्यसभा में 128 के मुकाबले 95 वोटों से मंजूरी मिली थी। विरोध के बीच बिल के पक्ष में मुस्लिम समाज का यह सार्वजनिक समर्थन केंद्र सरकार के लिए एक बड़ा संदेश माना जा रहा है।
औमती चौक पर हुए आयोजन में मुस्लिम समाज के लोगों ने एक स्वर में कहा कि, “यह कानून हमें हमारी जमीन और हक लौटाने वाला है। हम प्रधानमंत्री मोदी के आभारी हैं कि उन्होंने हमारी दशकों पुरानी मांग पूरी की।” कार्यक्रम का माहौल पूरी तरह से सांप्रदायिक सौहार्द और विकास की भावना से ओत-प्रोत रहा।
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