जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024: अमित शाह ने भरी हुंकार, विपक्ष को दी चेतावनी!

शाह ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि घाटी में लोगों को शांतिपूर्ण जीवन को लेकर आतंकवाद को पूरी तरह से समाप्त कर देंगे|

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024: अमित शाह ने भरी हुंकार, विपक्ष को दी चेतावनी!

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जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो रहा है| इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भाजपा उम्मीदवार रविंद्र रैना के प्रचार-प्रसार के लिए नौशेरा में रैली और जनसभा को संबोधित किये|इस दौरान गृहमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस और फारूक अब्दुल्ला घाटी के माहौल को बिगाड़ने का कार्य कर रहे हैं|उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में आतंक और आतंकवाद दोनों आखिरी सांसे ले रही हैं|साथ ही घाटी की जनता से रविंद्र रैना के पक्ष में लोगों से मतदान करने की अपील की| 

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस दौरान जनसभा को संबोधित किया|अपने संबोधन में उन्होंने घाटी में आतंकवाद को जड़ से ख़त्म करने की बात को दोहराई है|शाह ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि घाटी में लोगों को शांतिपूर्ण जीवन को लेकर आतंकवाद को पूरी तरह से समाप्त कर देंगे|उन्होंने कहा कि घाटी में अशांति पैदा करने की कोशिश की तो मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हम माकूल जवाब देंगे जैसा पहले की सरकारें नहीं कर पाते थे|

केंद्रीय मंत्री ने आतंकवाद का जिक्र कर जम्मू- कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला और कांग्रेस पर निशाना साधा| शाह ने आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस पर जमकर हमला किया|उन्होंने कहा, “कांग्रेस नहीं चाहती है कि जम्मू-कश्मीर में पहाड़ियों को आरक्षण मिले, लेकिन पीएम मोदी ने यह तय किया है कि हम पहाड़ियों को आरक्षण देंगे और उनके विकास के लिए काम करेंगे|”

उन्होंने अनुच्छेद 370 को लेकर भी फारूक अब्दुल्ला पर निशाना साधते हुए कहा कहा, “फारूक अब्दुल्ला कहते है कि वो जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 लाकर रहेंगे, लेकिन मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि अगर इनकी तीन पीढ़ियां भी गुजर जाएगी, तो भी उनका यह ख्वाब पूरा नहीं होगा| वो जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को बहाल नहीं कर सकते हैं| आज घाटी में चौतरफा शांति की माहौल है, जिसे कुछ लोग पचा नहीं पा रहे हैं, लेकिन मैं ऐसा होने नहीं दूंगा|”

उन्होंने कहा, घाटी में आतंकवाद कौन लेकर आया? किसकी शह पर आया? उस वक्त केंद्र में किसकी सरकार थी और घाटी में किसका शासन था? किसने आतंकवादियों के साथ बिरयानी खाई थी? यह पूरा कच्चा चिट्ठा हम खोलकर रखने वाले हैं|”उन्होंने कहा, चुनाव संपन्न होने के बाद श्वेतपत्र लेकर आने वाले हैं, जो कांग्रेस, अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवार के कारनामों का खुलासा किया| 

घाटी के माहौल को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवाद घाटी में कौन लेकर आया? किसकी शह पर आया? उस वक्त केंद्र में किसकी सरकार थी और घाटी में किसका शासन था? किसने आतंकवादियों के साथ बिरयानी खाई थी? यह पूरा कच्चा चिट्ठा हम खोलकर रखने वाले हैं|”

अमित शाह ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “यह पार्टी घाटी में फिर से आतंकवाद को स्थापित करना चाहती है| घाटी के लोग आज की तारीख में चैन की नींद सो रहे हैं| चौतरफा शांति है, लेकिन कांग्रेस की मानसिकता देखिए कि वो फिर से घाटी में आतंकवाद को वापस लाना चाहती है, लेकिन मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि जब तक केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार है, तब तक कांग्रेस का यह ख्वाब किसी भी कीमत पर पूरा होने वाला नहीं है|”

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