जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने विधानसभा सत्र के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल की सराहना की। उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों की पुनर्वापसी के लिए सबसे ठोस कदम मनमोहन सिंह सरकार के दौरान उठाए गए थे। उस समय गठबंधन सरकार ने कश्मीरी पंडितों के लिए नौकरियों में आरक्षण लागू किया और उन्हें वापस कश्मीर लौटने और बसने के लिए प्रोत्साहित किया।
विधानसभा सत्र के दौरान उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा ने भी अभिभाषण दिया, जिसमें उन्होंने राज्य का दर्जा बहाल करने और कश्मीरी पंडितों की वापसी को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने पंचायत और शहरी स्थानीय निकाय चुनाव कराने की भी बात कही।
यह भी पढ़ें:
पाक-अफगान सीमा पर तनाव बढ़ा, तोरखम क्रॉसिंग 10वें दिन भी बंद!
विदेश मंत्री जयशंकर 4-9 मार्च तक करेंगे यूके और आयरलैंड का दौरा!
फरीदाबाद: आतंकी संबंध के संदेह में एक युवक गिरफ्तार, राम मंदिर था निशाने पर !
जम्मू-कश्मीर के डिप्टी सीएम सुरिंदर कुमार चौधरी ने विधानसभा में विभिन्न मुद्दों को उठाने की बात कही और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राज्य का दर्जा बहाल करने के वादे की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य हैं और विधानसभा चुनाव हो चुके हैं, इसलिए अब पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल किया जाना चाहिए।
यह भी देखें: