Jammu Kashmir Assembly Elections: नेशनल कॉन्फ्रेंस का चुनावी घोषणापत्र जारी; कश्मीरी पंडितों से भी बड़ा वादा​!

1953 से पहले की संवैधानिक स्थिति बहाल करने की मांग की गई। लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने इस मांग को खारिज कर दिया|

Jammu Kashmir Assembly Elections: नेशनल कॉन्फ्रेंस का चुनावी घोषणापत्र जारी; कश्मीरी पंडितों से भी बड़ा वादा​!

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चुनाव आयोग ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की घोषणा की है। राज्य में तीन चरणों में चुनाव होंगे| इस बीच सभी पार्टियों ने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं|वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी ने अपना चुनावी घोषणापत्र जारी कर दिया है| इसके जरिए नेशनल कॉन्फ्रेंस ने राज्य की जनता से 12 वादे किए हैं| इसमें अनुच्छेद 370 को बहाल करने, जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने का वादा शामिल है। साथ ही वर्ष 2000 में तत्कालीन विधानसभा द्वारा पारित स्वायत्तता संकल्प के क्रियान्वयन को भी इसमें शामिल किया गया है|

फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार ने विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया। इसमें 1953 से पहले की संवैधानिक स्थिति बहाल करने की मांग की गई। लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने इस मांग को खारिज कर दिया|

कश्मीरी पंडितों से बड़ा वादा: 5 अगस्त, 2019 को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को रद्द करने के लिए लोकसभा और राज्यसभा में एक विधेयक पेश किया। साथ ही लद्दाख को जम्मू-कश्मीर से अलग कर दो केंद्र शासित प्रदेशों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांट दिया गया| इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने का वादा किया है|

साथ ही यह भी घोषणा की गई है कि राजनीतिक कैदियों को माफी के जरिए जेल और जेल से रिहा किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी आश्वासन दिया है कि कश्मीरी पंडितों को सम्मान के साथ कश्मीर घाटी में वापस लाया जाएगा। इसके साथ ही नेशनल कॉन्फ्रेंस ने आश्वासन दिया है कि राज्य में नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार आने पर नागरिकों को मुफ्त बिजली और गैस सिलेंडर उपलब्ध कराए जाएंगे|

चुनाव आयोग की ओर से की गई घोषणा के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों में 18 सितंबर, 5 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होगा| 4 अक्टूबर को वोटों की गिनती के बाद नतीजे की घोषणा की जाएगी|

चुनाव से दूर रहेंगे उमर अब्दुल्ला: उमर अब्दुल्ला ने ऐलान किया है कि जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा नहीं मिला तो वह विधानसभा चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे| उनके पिता और नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला आगामी चुनाव में पार्टी के प्रभारी होंगे। पार्टी यह चुनाव फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व में लड़ेगी| इस बीच, उमर अब्दुल्ला ने कहा, ”मैं भगवान का शुक्रिया अदा करता हूं, आखिरकार हमारे राज्य में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो गई है। तारीखों को लेकर कुछ असमंजस की स्थिति थी,लेकिन अब चुनाव हो रहा है”|

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