पिछले कुछ महीनों से जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों की घटनाएं सामने आ रही हैं| भारतीय सेना और आतंकियों के बीच झड़प की कई घटनाएं भी हो चुकी हैं| सरकार भी आतंकियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है| इसी पृष्ठभूमि में आज जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बड़ी कार्रवाई की है| आतंकी संगठनों से संबंध के संदेह में तीन सरकारी कर्मचारियों को सीधे बर्खास्त करने की कार्रवाई की गई है|
इस बीच, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कार्रवाई करने वाले कर्मचारियों में एक पुलिस कांस्टेबल, एक वन विभाग के कर्मचारी और एक शिक्षक की पहचान की है| आरोप है कि इन तीनों कर्मचारियों के आतंकी संगठनों से संबंध हैं. इसके लिए उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है|
पता चला है कि तीनों कर्मचारियों में से एक का नाम फिरदौस अहमद भट है| उन पर सेवा में रहते हुए आतंकवादी संगठन के लिए काम करने का आरोप है। इस संदर्भ में खबर इंडिया टुडे ने दी है| उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में आज एक अहम बैठक हुई|इस बैठक में सुरक्षा समीक्षा की गई| इसके बाद तीन कर्मचारियों को बर्खास्त करने की कार्रवाई की गई|
इस बैठक में मनोज सिन्हा ने पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को आतंकरोधी अभियान तेज करने का भी आदेश दिया| जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ वर्षों में आतंकवादी समूहों का समर्थन करने के आरोप में 70 से अधिक सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया है।
इस बीच, मनोज सिन्हा ने यह भी कहा कि आतंकवाद का समर्थन और वित्त पोषण करने वालों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी| हर अपराधी और आतंकवाद समर्थक को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी| मनोज सिन्हा ने कहा कि आतंकवादियों को ढेर करने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और अधिक प्रभावी ढंग से काम करने की जरूरत है|
यह भी पढ़ें-
MahaKumbh: मेले में आज से दो दिनों के लिए वाहनों का प्रवेश वर्जित, संगम स्टेशन बंद!