कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद आये एग्जिट पोल में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बनती दिख रही है। इस चुनाव में तीसरे नंबर पर जेडीएस किंगमेकर बनकर उभरी है। टीवी9 पोल स्टार्ट के अनुसार राज्य में कांग्रेस 99 से लेकर 109 सीटें जीतेगी। जबकि बीजेपी 88 -98 पर सिमट सकती है। वहीं जेडीएस 22 से 26 सीटें मिलने की उम्मीद जताई गई है। वहीं न्यूज़ 24 टुडे चाणक्या के अनुसार बीजेपी 92 ,कांग्रेस 120 और जेडीएस 12 सींटें जीत सकती है। रिपब्लिक पी माक्यू के अनुसार बीजेपी 85 से 100 सींटें , कांग्रेस 94 से 108 सींटें जेडीएस 24 से 32 और अन्य 2 से छह सींटे पाने की उम्मीद है।
कर्नाटक एक्जिट पोल से यह साफ़ हो गया है कि 2018 की इस बार भी किसी दल को बहुमत नहीं मिल रहा है। हालांकि,जेडीएस किसे साथ गठजोड़ करेगी यह बड़ा सवाल है। ऐसे में कहा जा रहा है कि दो समीकरण बन सकते हैं। पहला यह कि बीजेपी और जेडीएस साथ मिलकर सरकार बनायें। अगर एक्जिट पोल को सही माना जाए तो बीजेपी 93 और जेडीएस की 23 सीटों को मिलाकर 116 सीटें हो जाती हैं। ऐसा होता है तो सबसे बड़ा सवाल यह होगा कि सीएम कौन होगा। कहा जा रहा है कि अगर ऐसा होता है कि जेडीएस मुख्यमंत्री पद की डिमांड कर सकती है। जैसा कि 2018 में कांग्रेस के साथ गठबंधन करते हुए शर्त रखी थी।
गौरतलब है कि जेडीएस 2006 में बीजेपी के साथ गठबंधन कर चुकी है। उस समय कुमारस्वामी मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाले थे। हालांकि इससे पहले 2004 में जेडीएस ने कांग्रेस के साथ जाकर सरकार बना चुकी है जिसमें धरम सिंह मुख्यमंत्री बनाये गए थे। उस समय जेडीएस को 58 सीटें मिली थीं और बीजेपी को 78 सीटें मिली थीं। बाद में जेडीएस ने कांग्रेस से नाता तोड़कर बीजेपी के साथ जाकर सरकार बनाई थी। जिसमें कुमारस्वामी मुख्यमंत्री और येदियुरप्पा डिप्टी सीएम बनाये गए थे। हालांकि बाद 20 माह तक चली सरकार उस समय गिर गई जब कुमारवामी ने 2007 में बीजेपी को सत्ता सौंपने से इंकार कर दिया। माना जा रहा है कि अगर ऐसा कुछ होता है तो दोनों में भरोसे की कमी सबसे बड़ा कारण बनेगा।
कर्नाटक में दूसरा समीकरण या बन रहा है कि जेडीएस कांग्रेस के साथ सर्कार बनाये जैसा की उसने 2018 में किया था। अगर दोनों दल साथ आते है तो कांग्रेस की 104 सीटें और जेडीएस 23 सीटें मिलाकर कुल 127 सीटें हो जाएंगी। उनके साथ ही यह भी सवाल खड़ा होगा कि सीएम कौन होगा। कांग्रेस में इस समय सबसे बड़ा सवाल यह है कि सिद्धारमैया और डी शिवकुमार में खींचातान है। दोनों नेता सीएम की कुर्सी की रेस में हैं। कहा जा रहा है कि अगर दोनों दल साथ आते हैं तो सीएम पद को लेकर टकराव देखने को मिल सकता है।
बता दें कि 2018 में कांग्रेस में और जेडीएस ने साथ मिलकर सरकार बनाई थी। उस समय चुनाव में कांग्रेस को 80 जेडीएस को 37 सींटें मिली थी। लेकिन बाद में सरकार गिर गई थी। इस बार सबसे बड़ा सवाल यह है कि कांग्रेस लगातार जेडीएस के साथ नहीं जाने की बात कर रही है। चुनाव वाले दिन भी कांग्रेस नेता डी शिवकुमार ने कहा था कि उनकी पार्टी किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। दूसरी समस्या यह है कि जब जब कांग्रेस और जेडीएस ने गठबंधन की सरकार बनाई ज्यादा दिन नहीं चली। अब देखना होगा कि 13 मई को क्या होता है।
एग्जिट पोल इस प्रकार हैं। इंडिया टुडे और एक्सिस माई इंडिया के अनुसार बीजेपी को 62 से 80 सींटे, कांग्रेस 122 से 140 सींटें ,जेडीएस 20 से 25 सींटे और अन्य तीन सींटे जीत सकते हैं। न्यूज़ 24 टुडे चाणक्या के अनुसार बीजेपी 92 ,कांग्रेस 120 और जेडीएस 12 सींटें जीत सकती है। रिपब्लिक पी माक्यू के अनुसार बीजेपी 85 से 100 सींटें, कांग्रेस 94 से 108 सींटें जेडीएस 24 से 32 और अन्य २से छह सींटे पाने की उम्मीद है। एबीपी सी वोटर के अनुसार बीजेपी 83 से 95 , कांग्रेस 100 से 112 ,जेडीएस 21 से 29 और अन्य 2 से छह सींटें जीत सकती है।
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