दिल्ली में कोई भी बंगला मुख्यमंत्री आवास के नाम से फिक्स नहीं है। वहीं दिल्ली में सभी विधायकों और नेताओं के आवास तय करना पीडब्लूडी (पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट/लोक निर्माण विभाग) का काम है। लेकीन इन दिनों केजरीवाल के ‘शीशमहल’ को लेकर मुद्दा इतना गरमाया है की पीडब्लूडी ने इसे सील कर दिया है।
आरोप है की अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा देने के बाद बंगला छोड़ा लेकीन इसकी चाबी पीडब्लूडी को दी ही नहीं, जो तस्वीरें सामने आई वो दिखावा थी। वहीं इसके बाद सीएम आतिशी इसमें सामान रखने लगीं। इसी को लेकर भाजपा ने सवाल उठाए और मामला प्रकाश में आया।
केजरीवाल के ‘शीशमहल’ छोड़ने के बाद सुनीता केजरीवाल की चाबी सौंपते फोटो भी दिखाई गई जिसे देख कई आप समर्थक भावुक हो उठे थे। लेकिन, इसके बाद पीडब्लूडी द्वारा लिखे गए पत्र से पता चला कि सुनीता केजरीवाल ने ये चाबी पीडब्लूडी को दी ही नहीं। फोटो खिंचाते टाइम जो चाबी सौंपी गई थी वो भी बाद में वापस ली गई।
जब भी कोई अधिकारी या नेता सरकारी आवास को खाली करता है तो उस आवास की चाबी पीडब्लूडी को दी जाती है। पीडब्लूडी उसे कब्जे में लेकर उसकी इंवेंट्री बनाती है। फीर यह पीडब्लूडी तय करती है की आवास किसे और कब देना है। इस मामले में चाबी पीडब्लूडी तक पहुँची ही नहीं थी। सीएम आतिशी बंगले में अपना समान सीधे ले पहुंची थी। वहीं सीएम आतिशी को पहले से 17एबी मथुरा रोड का आवास मिला हुआ है। उन्हें दो आवास कैसे मिल सकते हैं इस बात पर काफी हल्ला कटा। रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में मुख्यमंत्री के लिए कोई आधिकारिक आवास नहीं है।
इसके बाद पहले विजिलेंस विभाग ने केजरीवाल के सेक्रेटरी समेत तीन अधिकारियों को शो-कॉज नोटिस भेजकर आवास की चाबियाँ पीडब्लूडी को क्यों नहीं सौंपी इस पर सवाल भी पूछा। वहीं जब अन्य दलों को इसके बारे में पता चला तो उन्होंने भी सवाल खड़े किए। विवाद को बढ़ता देख पीडब्लूडी ने 9 अक्तूबर को ‘शीशमहल’ सील कर दिया।
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रिपोर्ट के अनुसार, पीडब्लूडी के अधिकारी 9 अक्तूबर की सुबह आवास आए, जहाँ उन्हें आवास की चाबियाँ सीएम आतिशी के पास पाई, सीएम आतिशी के पास ‘शीशमहल’ से जुड़े आधिकारिक दस्तावेज नहीं। ऐसे में पीडब्लूडी उनसे चाबियाँ लेकर आवास सील कर दिया गया।
दौरान आतिशी ने एलजी पर इल्जाम लगाया कि, उन्होंने भाजपा के कहने पर उन्हें सीएम आवास से बाहर करवाया। सीएम आवास किसी बड़े भाजपा नेता को देने के लिए ऐसा करने का नरेटिव आम आदमी पार्टी के नेताओं ने फैलाया।दरसल ‘शीशमहल’ बंगले पर ताला लगा है वो कोई आधिकारिक मुख्यमंत्री आवास नहीं है। केवल पीडब्लूडी को अधिकार है कि वो इसे किसे आवंटित करें।