कोलकाता स्थित कांग्रेस मुख्यालय पर शुक्रवार (29 अगस्त) को भाजपा कार्यकर्ताओं ने बवाल कर दिया। घटना उस विवादास्पद वीडियो के बाद सामने आई, जिसमें राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत माता के लिए गाली गलोच और अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया गया । भाजपा नेताओं ने इसे कांग्रेस की राजनीति का निम्नतम स्तर बताया और पीएम से माफी की मांग की।
इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम में अपने दो दिवसीय दौरे का समापन करते हुए कांग्रेस और उसके शीर्ष नेतृत्व, खासकर राहुल गांधी और गोरव गोगोई, पर जमकर हमला बोला। उन्होंने 2026 विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा की तैयारियों का आगाज़ करते हुए कहा कि कांग्रेस घुसपैठियों की रक्षा करने वाली पार्टी है और असम को ऐसे लोगों के हवाले नहीं किया जा सकता।
अमित शाह ने कहा,“राहुल गांधी को प्रधानमंत्री, उनकी दिवंगत माता और देशवासियों से माफी मांगनी चाहिए। यदि उनमें जरा भी शर्म बाकी है तो तुरंत ऐसा करें। पूरा देश उन्हें और उनकी पार्टी को घृणा की दृष्टि से देख रहा है। शाह ने राहुल गांधी की यात्रा को घुसपैठिया बचाओ यात्रा करार देते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस का मकसद वोट बैंक की राजनीति के लिए अवैध घुसपैठियों को बचाना है।
शाह ने राज्य कांग्रेस अध्यक्ष गोरव गोगोई पर परोक्ष रूप से पाकिस्तान से संबंध रखने की बात की,“असम को उन लोगों के हवाले नहीं किया जा सकता, जो पाकिस्तान की यात्राएँ करते हैं और घुसपैठियों को संरक्षण देते हैं।” उन्होंने दावा किया कि भाजपा सरकार ने अब तक 1,29,548 एकड़ जमीन घुसपैठियों से मुक्त कराई है और वैष्णव संतों श्रीमंत शंकरदेव व माधवदेव की ‘सतरा भूमि’ की पवित्रता को बहाल किया है।
गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के नेतृत्व में असम में तीसरी बार भाजपा-एनडीए की सरकार बनेगी। उन्होंने जोर देकर कहा,“हमने असम को घुसपैठियों से मुक्त करने का वादा किया था। भले ही दस साल में इसे पूरा न कर सके हों, लेकिन यह वादा अधूरा नहीं रहेगा। असम और पूरा देश अवैध विदेशियों से मुक्त होगा।”
शाह ने असम के पहले गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री गोलाप बोरबोरा की जन्मशताब्दी कार्यक्रम में कहा कि 1979 में मंगोलदई उपचुनाव के दौरान उनकी सरकार ने 36,780 अवैध विदेशियों के नाम मतदाता सूची से हटाए थे, जिसे असम आंदोलन की शुरुआत माना जाता है। अंत में अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर घोषित ‘जनसांख्यिकी मिशन’ का ज़िक्र किया और कहा कि यह कदम पूरे देश में जनसंख्या पैटर्न का अध्ययन कर घुसपैठियों की पहचान करने में निर्णायक भूमिका निभाएगा।
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