कुमार विश्वास, जो कभी अरविंद केजरीवाल की पार्टी में थे, न केवल उनके कट्टर समर्थक, बल्कि उनके करीबी दोस्त भी थे, बीच-बीच में केजरीवाल से मतभेदों के कारण पार्टी के भीतर असहज हो गए। इन्हीं मतभेदों के चलते उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया|इसके बाद से वह केजरीवाल के कट्टर समर्थक के बजाय कट्टर विरोधी बन गये।
कुमार विश्वास अलग-अलग मंचों पर अपने सख्त रुख के बारे में बता चुके हैं|पेशे से कवि कुमार विश्वास का स्वभाव भी एक कवि का है और उनकी आलोचना भी अलग-अलग माध्यमों से उसी तरह सामने आती है| अब भी केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद कुमार विश्वास का सुझावात्मक पोस्ट चर्चा का विषय बना हुआ है|
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने गुरुवार रात गिरफ्तार कर लिया| कथित शराब घोटाला मामले में ईडी द्वारा अरविंद केजरीवाल की जांच की जा रही थी। इस जांच के दौरान ईडी ने केजरीवाल को करीब 9 बार समन भेजा था| हालांकि, केजरीवाल द्वारा पूछताछ के लिए ईडी के सामने पेश होने से इनकार करने के बाद आखिरकार गुरुवार रात को ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस पृष्ठभूमि में देशभर से प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं|
इस कार्रवाई की राजनीतिक हलकों में विपक्ष ने कड़ी निंदा की है तो वहीं दूसरी ओर सत्ता पक्ष की ओर से इसका समर्थन किया जा रहा है| कुमार विश्वास का एक सांकेतिक पोस्ट इस वक्त वायरल हो रहा है|
कुमार विश्वास ने पोस्ट में क्या कहा?: कुमार विश्वास ने रात 9:55 बजे एक्स (ट्विटर) हैंडल पर एक पोस्ट शेयर किया है। हालांकि इस पोस्ट में कुमार विश्वास ने सीधे तौर पर अरविंद केजरीवाल का नाम नहीं लिया, लेकिन कहा जा रहा है कि उनका पैसा भी इसी दिशा में है| इस पोस्ट में कुमार विश्वास ने रामचरितमानस की दो पंक्तियों का जिक्र किया है| गोस्वामी तुलसीदास ने इन दो पंक्तियों में कर्म के महत्व का जिक्र किया है और माना जा रहा है कि बिस्वास ने ये पंक्तियां केजरीवाल के कर्म के संबंध में पोस्ट की हैं|
कर्म प्रधान विश्व रचि राखा ।
जो जस करहि सो तस फल चाखा ॥🙏 pic.twitter.com/XLp2MertD3— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) March 21, 2024
कुमार विश्वास ने इस पोस्ट में लिखा है कि ‘कर्म प्रधान विश्व रचि राखा, जो जस करहि सो तस फल चाखा’|इन पंक्तियों का सामान्य अर्थ यह है कि यह संसार कर्मों से भरा है और जो व्यक्ति जैसा कर्म करता है, उसे वैसा ही फल मिलता है। इन पंक्तियों के साथ कुमार विश्वास ने झुकते हुए अपनी एक तस्वीर भी पोस्ट की|हालांकि, फोटो से यह साफ नहीं हो रहा है कि आखिर वे किसके सामने झुक रहे हैं।
विपक्ष की आलोचना: इस बीच, केजरीवाल की गिरफ्तारी पर विपक्षी दलों की तीखी प्रतिक्रिया आ रही है। “एक डरा हुआ तानाशाह एक मृत लोकतंत्र बनाने की कोशिश कर रहा है। मीडिया सहित सभी संस्थानों पर कब्ज़ा करना, पार्टियों को तोड़ना, कंपनियों से हफ़्ता वसूलना, मुख्य विपक्षी दल के बैंक खाते जब्त करना भी ‘राक्षसी शक्ति’ के लिए कम था, इसलिए अब जनता द्वारा चुने गए मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करना एक आम बात बन गया है।
उधर, महाराष्ट्र में शरद पवार ने गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की है|“मैं बदले की राजनीति के माध्यम से जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करके विपक्षी दलों को इस तरह निशाना बनाने की कड़ी निंदा करता हूं। ये सब लोकसभा चुनाव से पहले हो रहा है| इस गिरफ़्तारी ने साबित कर दिया कि सत्ता के लिए भाजपा किस हद तक गिर सकती है| ‘इंडिया’अघाड़ी के अरविंद केजरीवाल की संविधान विरोधी गिरफ्तारी के खिलाफ एक साथ खड़ी है।
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