बुधवार (31 जुलाई), लोकसभा में केरल में भारी बारिश के कारण हुए लैंडस्लाइड के सवाल पर जवाब देते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने खुलासा किया है की, केरल सरकार को भविष्य में होने वाले लैंडस्लाइड की सुचना दे दी गई थी।साथ ही केंद्र ने भविष्य के खतरे की संभावना के चलते एनडीआरएफ की 9 टीम केरल भेजी थी। अपनी बात रखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने बताया है की भारत में खतरों को से पहले सावधान करने के लिए दुनिया का बेहतरीन सिस्टम उपयोग में लाया जा रहा है।
गृहमंत्री अमित शाह ने बताया है की, भारत के अर्ली वार्निंग सिस्टम के तहत 23 तारीख को मेरे ही अनुमोदन से केरल भेजी गई थी, क्यूंकि वहां लैंडस्लाइड आ सकता है। भारत सरकार ने विमान से 9 एनडीआरएफ की टीमें भेजी। ऐसे में सदन के माध्यम से अमित शाह ने केरल सरकार से सवाल किया है, केरल सरकार ने क्या किया ? अनधिकृत लोग चाहे रह रहते थे, नहीं रह रहे थे मगर क्या उन्हें कही शिफ्ट नहीं किया गया?… शिफ्ट किया गया तो मरे कैसे? इसी के साथ गृहमंत्री अमित शाह ने केरल के भूस्खलन से पीडित लोगों और उनके परिवार जनों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की।
इसी के साथ अमित शाह ने भारत के अर्ली वार्निंग सिस्टम के बारे में कहा, भारत में अर्ली वार्निंग सिस्टम वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बने तब लाया गया। वर्ष 2016 में यह प्रोजेक्ट शुरू हुआ, और 2023 तक दुनिया की सबसे आधुनिक अर्ली वार्निंग सिस्टम कहीं पर है तो भारत में है। और कुछ दिन पहले केरल में ही एक साइक्लोन आया उसमें केवल एक जान गई थी क्यूंकि सात दिन पहले सुचना दी गई थी, उसका सात दिन पहले अनुमान देने वाले केवल चार ही देश है, उसमें से एक भारत है।
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