बीमारी के बावजूद जगताप और तिलक ने पार्टी के प्रति दिखाई निष्ठा

    राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव में एम्बुलेंस से आये थे वोट देने  

बीमारी के बावजूद  जगताप और तिलक ने पार्टी के प्रति दिखाई निष्ठा

बीजेपी नेता समय समय पर अपनी पार्टी के प्रति जो निष्ठा दिखाए हैं। उसके बारे में कई बार कहा सुना जा चुका है। आज हम एक बार फिर बीजेपी कार्यकर्ता लक्ष्मण जगताप और मुक्ता तिलक के बारे में बात करेंगे। दोनों नेताओं ने पार्टी के प्रति अपने समर्पण को बखूबी दिखाया है जिसकी जितनी तारीफ़ की जाए उतनी कम है। दोनों नेता आज इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उनके कार्य बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। दोनों नेता बहुत ज्यादा बीमार थे, लेकिन पार्टी के संकट के समय ‘संकटमोचक’ की भूमिका निभाए थे।

बता दें कि मंगलवार को बीजेपी नेता और विधायक लक्ष्मण जगताप का निधन हो गया। वे लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। वे पिंपरी-चिंचवाड़ से विधायक है। उनके निधन पर पार्टी ने गहरा शोक व्यक्त किया। वहीं, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जब महाराष्ट्र में क्रमशः 10 जून और 20 जून को राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि दोनों चुनावों में लक्ष्मण जगताप और मुक्ता तिलक को चुनाव में नहीं होने के लिए कहा गया था।

लेकिन दोनों पार्टी के नेता नहीं माने और अस्पताल से एम्बुलेंस से वोट देने आये थे। उस समय दोनों नेताओं का पार्टी के प्रति निष्ठा को देखते हुए उपमुख्यंत्री देवेंद्र फडणवीस ने धन्यवाद किया था। मुक्ता तिलक का 22 दिसंबर 2022 को निधन हुआ था जबकि लक्ष्मण जगताप का 3 जनवरी को। दोनों  नेताओं ने बीमार होने के बावजूद पार्टी को प्राथमिकता देते हुए वोट देने पहुंचे। आज बीजेपी ने राज्य सरकार बना ली है। बीजेपी को पता था कि महाविकास अघाड़ी के नेता ही उनके नेताओं चुनेंगे इसलिए पार्टी क्षमता से ज्यादा य=उम्मीदवार खड़ा किये थे।

बताया जाता है कि दोनों नेताओं को कैंसर था और वे मौत के मुहाने पर खड़े थे बावजूद इसके अपने कर्तव्य का पालन करते हुए वोट देने आये थे। मुक्ता तिलक पुणे के कस्बा पेठे से विधायक थी.उन्हें भी  मना किया गया था आप की तबीयत ठीक नहीं है आप वोट देने मत आओ लेकिन उन्होंने कहा कि नहीं मै वोट देने जरूर आउंगी। मुक्ता तिलक आई और वोट भी दी। बता दें कि  महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव में बीजेपी के पांच उम्मीदवार जीते थे ,जबकि राज्यसभा के चुनाव तीन उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी।

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