पिछले कुछ दिनों से चल रही चर्चाओं पर विराम लगाने की कोशिश करते हुए शिवसेना शिंदे ग्रुप के सांसद संजय मांडलिक ने कहा है कि वह शिवसेना के चुनाव चिन्ह धनुष और तीर पर चुनाव लड़ेंगे|पिछले कुछ दिनों से चर्चा है कि भाजपा ने कोल्हापुर लोकसभा सीट पर दावा किया है|ऐसी भी चर्चा है कि हमें भाजपा के सिंबल पर लड़ना होगा| इन सबके बीच संजय मांडलिक ने कहा है कि वह तीर-धनुष चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ेंगे|
शाहू महाराज को हमेशा पितातुल्य माना: पिछले कुछ दिनों से कोल्हापुर में शाहू महाराज की उम्मीदवारी की चर्चा चरम पर है। इन सभी पृष्ठभूमि के खिलाफ बोलते हुए, संजय मांडलिक ने कहा कि साहू ने हमेशा महाराज को अपने पिता के समान माना। हमने हमेशा उनका सम्मान किया है| उन्होंने कहा, हालांकि, मैंने यह नहीं देखा कि चुनाव में कौन आगे है।
अमित शाह के दौरे पर क्या बोले: संजय मांडलिक ने अमित शाह के दौरे को लेकर खुलासा किया है|उन्होंने कहा कि जब मैं पार्टी में शामिल हुआ तो मेरी अमित शाह से मुलाकात हुई थी|उसके बाद कभी मुलाकात नहीं हुई|उन्होंने कहा कि शिंदे साहब हमारी पार्टी के सक्षम नेता हैं, इसलिए उन्होंने अमित शाह से मुलाकात नहीं की|2009 में हुए चुनाव का हवाला देते हुए संजय मांडलिक ने कहा कि 2009 में कोल्हापुर की जनता के खिलाफ शरद पवार का चुनाव हुआ था|
उस समय शरद पवार ने युवाओं के लिए एक अवसर के रूप में स्वर्गीय सदाशिराव मांडलिक को उतारा था। संजय मांडलिक ने कहा कि मौजूदा चुनाव में कोल्हापुर की जनता हमारे साथ खड़ी रहेगी|
सिंबल बदलने की बात कही सिर्फ अफवाह: संजय मांडलिक ने कहा कि 13 विधायकों ने शिंदे गुट को समर्थन दिया है| इसलिए हमने कुल 23 सीटों की मांग की है| उन्होंने आगे कहा कि हम मिल नहीं रहे हैं, ये सिर्फ अफवाह है कि हमसे साइन बदलने के लिए कहा गया है| उन्होंने कहा, शिवसेना वहीं चुनाव लड़ेगी जहां शिंदे गुट के मौजूदा सांसद हैं, इसके बदले हमने 23 सीटों की मांग की है।
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