प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को उत्तर कर्नाटक क्षेत्र में बेलगावी, उत्तर कन्नड़, दावणगेरे और बेल्लारी में चार रैलियों को संबोधित करेंगे। इससे पहले शनिवार की देर रात पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने लोकसभा चुनाव के लिए बेलगाम कुंडानगरी पहुंचे प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
कर्नाटक में लोकसभा चुनाव में भाजपा ने हमेशा शानदार प्रदर्शन किया है। यह दक्षिण भारत का एकमात्र राज्य है, जहां भाजपा की पकड़ मजबूत रही है। 2019 के आम चुनाव में पार्टी ने राज्य की 28 में 25 सीट पर एकतरफा जीत दर्ज की थी। जबकि कांग्रेस ने केवल एक सीट पर जीत हासिल की थी। ऐसे में भाजपा के सामने जहां एक बार फिर पिछले चुनाव की तरह अपने प्रदर्शन को दोहराने की चुनौती है, वहीं कांग्रेस अपना अस्तित्व बचाने की कोशिश करेगी।
तीसरे चरण का मतदान सात मई को होना है, जिसमें देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 94 सीट पर मतदान होगा। चुनाव के नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे। राज्य में लिंगायत समुदाय सबसे ज्यादा आबादी वाला है, जबकि वोक्कालिगा समुदाय इस लिहाज से दूसरे स्थान पर है। जेडीएस प्रमुख एचडी देवगौड़ा और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं।
राज्य की 28 में से 14 लोकसभा सीट के लिए शुक्रवार को मतदान हुआ। 7 मई को जिन 14 अन्य सीट पर पर मतदान होगा, उनमें बगलकोट, बेलगाम, बीदर, बीजापुर, चिक्कोडी, दावणगेरे, धारवाड़, कुलबर्गी, हावेरी, बेल्लारी, कोप्पल, रायचूर, शिमोगा और उत्तर कन्नड़ शामिल हैं।
कर्नाटक में अगर वोक्कालिगा और लिंगायत समुदाय एक मंच पर एक साथ आते हैं तो वे कर्नाटक की राजनीति में बड़ी उथल-पुथल ला सकते हैं। विधानसभा चुनाव में इसका खामियाजा भाजपा को भी भुगतना पड़ा था।
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