Maharashtra: सुप्रिया ने कहा, अजित पवार उपलब्धियों और रिश्तों के मामले में हमसे बड़े हैं!

Maharashtra: सुप्रिया ने कहा, अजित पवार उपलब्धियों और रिश्तों के मामले में हमसे बड़े हैं!

supriya-sule-in-pune-says-cant-give-suggestions-to-ajit-pawar-after-loksabha-election-results

लोकसभा चुनाव में भले ही राष्ट्रीय स्तर पर एनडीए को बहुमत मिला हो, लेकिन उनकी सीटों में बड़ी कमी देखने को मिल रही है| ऐसा देखा गया है कि भाजपा को अकेले 63 सीटों का नुकसान हुआ है| वहीं, महाराष्ट्र में महायुति को झटका लगा और उसे सिर्फ 17 सीटें मिलीं|अजित पवार गुट ने 4 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे|

हालांकि, एक स्थान पर सुनील तटकरे के रूप में जीत मिली| इस पृष्ठभूमि में जब महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव नतीजों से नए राजनीतिक समझौते की संभावना बन रही है तो सुप्रिया सुले ने इस नतीजे पर विस्तार से टिप्पणी की है|

पिछले साल जुलाई में अजित पवार के विद्रोह के बाद महाराष्ट्र में सत्ता का समीकरण बदल गया| एनसीपी के 40 विधायक भी अजित पवार के साथ चले गए| उनके साथ सुनील तटकरे भी गए थे| साथ ही चुनाव आयोग ने एनसीपी पार्टी और पार्टी का नाम अजित पवार को देने का फैसला किया| इन सभी पृष्ठभूमि में हुए चुनाव में एक ओर जहां शरद पवार गुट के 8 उम्मीदवार सांसद बनकर लोकसभा जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर अजित पवार गुट के सुनील तटकरे ने जीत हासिल की है| आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब सुप्रिया सुले से इस संबंध में सवाल पूछा गया तो उन्होंने सीधे हाथ जोड़कर जवाब दिया|

अजित पवार के शरद पवार का साथ छोड़ने के बाद उनकी काफी आलोचना हुई थी| अब लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद एक बार फिर कहा जा रहा है कि उनका फैसला गलत था|  इस पृष्ठभूमि में नतीजों के बाद आप अजित पवार को क्या सलाह देंगे? पुणे में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुप्रिया सुले से ऐसा सवाल पूछा गया|

पत्रकारों के पूछे सवाल पर सुप्रिया सुले ने कहा कि “मैं एक संस्कारी मराठी लड़की हूं। जो लोग उम्र, उपलब्धियों और रिश्तों के मामले में हमसे बड़े हैं, उन्हें सलाह नहीं देना चाहते, उनसे सलाह लेना चाहते हैं”|

‘अगर तुतारी नहीं होता तो मैं सतारा में जीत जाता’: सतारा लोकसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार उदयनराजे भोसले जीत गए हैं, जबकि शरद पवार के उम्मीदवार शशिकांत शिंदे हार गए हैं। जयंत पाटिल और शशिकांत शिंदे दोनों ने दावा किया है कि वे सतारा में दूसरे उम्मीदवार को मिले ‘तुतारी’ चुनाव चिन्ह के कारण हार गए। सुप्रिया सुले ने भी उस दावे का समर्थन किया है|

यह भी पढ़ें-

नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण ‘ये’ नई तारीख; कार्यक्रम में विदेशी मेहमान भी आमंत्रित!

Exit mobile version