कुछ समय पहले धुले में शक्ति प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार गये थे| दरअसल ये कार्यक्रम दोपहर 1 बजे होने वाला था, लेकिन इस कार्यक्रम में देरी हो गई| कार्यक्रम शाम करीब पांच बजे समाप्त हुआ| मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कार्यक्रम में देरी के लिए माफी मांगी| इस कार्यक्रम में अजित पवार का झंडे को लेकर दिया गया बयान चर्चा में है|उन्होंने गिरीश महाजन को यह याद दिलाया|
अजित पवार ने क्या कहा है?: “हमें पहुंचने में थोड़ी देर हो गई। इसलिए, हम बाकी भाषण खत्म करने के लिए गिरीश महाजन से विदा लेते हैं। लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए. क्योंकि यह आम जनता की सरकार है| हम एक दूसरे से मिलना चाहते हैं| हम जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना चाहते हैं। गिरीश महाजन आप अब अभिभावक मंत्री हैं, मैं देख रहा था कि बहुत अच्छी और शानदार व्यवस्थाएं की गई हैं।
मैंने ऐसा मंडप कभी नहीं देखा, लेकिन अब तीन दलों की सरकार है, मेरा आपसे अनुरोध है कि जैसे आपने दो दलों के झंडे फहराए हैं, वैसे ही आप भी राकांपा के झंडे फहराना शुरू करें। हालांकि हम यहां-वहां हैं, सबका लक्ष्य देश को बेहतर बनाना है और हमें नरेंद्र मोदी के रूप में करिश्माई नेतृत्व मिला है। ये बात अजित पवार ने कही है|
हमारा देश बने महाशक्ति: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि आपका मेरा भारत देश दुनिया की महाशक्ति बने| इसलिए वे देश स्तर पर काम कर रहे हैं| उस समय हमें अलग-अलग राज्यों में जोश और जज्बे के साथ काम करना चाहिए और भारत को एक विकसित राष्ट्र के रूप में पहचान दिलानी चाहिए। महाराष्ट्र अग्रणी छत्रपति शिवराय का राज्य है। अजित पवार ने यह भी कहा है कि हम उस राज्य की प्रतिष्ठा बढ़ाना चाहते हैं और सभी दलों को न्याय देने का काम करेंगे|
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