​टमाटर के बाद मिर्च भी हुई महंगी, थोक और खुदरा बाजार में 60-80 रुपये प्रति किलो.​.​​!

एपीएमसी बाजार में हरी मिर्च की आवक कम होने से थोक में हरी मिर्च 60-80 रुपये प्रति किलो और खुदरा बाजार में 100 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गई है​|​

​टमाटर के बाद मिर्च भी हुई महंगी, थोक और खुदरा बाजार में 60-80 रुपये प्रति किलो.​.​​!

After tomato, chilli also became costlier, Rs 60-80 per kg in wholesale and retail market..​​!

एपीएमसी बाजार में हरी मिर्च की आवक कम होने से थोक में हरी मिर्च 60-80 रुपये प्रति किलो और खुदरा बाजार में 100 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गई है|इसलिए वर्तमान समय में सामान्य मिर्च आम लोगों द्वारा काफी पसंद की जाती है। बाजार में शुरू में एपीएमसी की कीमत नियंत्रण में थीं। लेकिन पिछले महीने से मिर्च की कीमत में बढ़ोतरी हो रही है|

थोक बाजार में पहले 30-40 रुपये प्रति किलो मिलने वाली मिर्च अब 60-80 रुपये तक पहुंच गयी है|​​ कीमत में 20 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी की गई है|​​ ज्वाला मिर्च 50-60 रुपये और हरी गहरी तीखी लौंग मिर्च 80 रुपये बिक रही है। एपीएमसी बाजार में फिलहाल हरी मिर्च दिल्ली और कर्नाटक से आयात की जा रही है।

​बाजार में 50 फीसदी मिर्च ही आ रही है। बुधवार को एपीएमसी में 28 ट्रक मिर्च की आवक हुई है और 1658 क्विंटल की आवक हुई है| मांग के अनुरूप आपूर्ति कम होने से कीमत बढ़ी है|  थोक बाजार में कीमतें बढ़ने से खुदरा बाजार में भी 100 से 120 रुपये प्रति किलो बिक रहा है|  व्यापारियों ने राय जताई है कि अगले सप्ताह कीमत में गिरावट आएगी|

मिर्च का उत्पादन महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में होता है। उस स्थान पर अभी तक मानसून की बारिश शुरू नहीं हुई है|​​ इसलिए, उत्पादन कम है और केवल 50% ही बाजार में प्रवेश कर रहा है। इसके चलते मिर्च के दाम बढ़ गए हैं|​​ – श्रीकांत मोहिते, व्यापारी, सब्जी मंडी

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