Maharashtra Budget 2024-2025: एकनाथ शिंदे ने ​दी ठाकरे को चुनौती​!

अजित पवार ने आज बजट पेश करते हुए मुख्यमंत्री 'लाड़ली बहना' योजना की घोषणा की| उपमुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सरकार इस योजना के माध्यम से 21 से 60 वर्ष की आयु की महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह देगी।

Maharashtra Budget 2024-2025: एकनाथ शिंदे ने ​दी ठाकरे को चुनौती​!

Eknath-shinde-answer-to-uddhav-thackeray-over-maharashtra-budget

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने आज विधानसभा में बजट पेश किया|इस बजट के बाद ठाकरे समूह के नेता उद्धव ठाकरे ने सत्ता पक्ष पर निशाना साधा|अजित पवार ने आज बजट पेश करते हुए मुख्यमंत्री ‘लाड़ली बहना’ योजना की घोषणा की|उपमुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सरकार इस योजना के माध्यम से 21 से 60 वर्ष की आयु की महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह देगी।

इस पर उद्धव ठाकरे ने अहम बयान दिया|अगर आप महिलाओं के लिए ‘लाड़ली बहना’ योजना ला रहे हैं, तो लाओ। लेकिन लड़का-लड़की में भेदभाव न करें|अगर आप लड़कियों के लिए कुछ लाते हैं, तो लड़कों के लिए भी कुछ लाएँ”। उद्धव ठाकरे के बयान पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रतिक्रिया दी|

हमारे वित्त मंत्री अजीत पवार ने बजट पेश किया। यह बजट व्यापक है, जब हम आम लोगों की सरकार कहते हैं तो इसमें किसान, मजदूर, कर्मचारी, महिलाएं, युवतियां, युवा, वरिष्ठ, कर्मचारी सभी लोग आए। आज बजट का मुख्य आकर्षण मुख्यमंत्री ‘लाड़ली बहना’ योजना है। यह बहुत महत्वपूर्ण योजना है| हमारी बहनों के बैंक खाते में हर महीने डेढ़ हजार रुपये जमा किये जायेंगे|

मुख्यमंत्री ने आलोचना विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि महिलाओं के लिए सबसे जरूरी चीज खाना पकाने के लिए गैस है। मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना के तहत हर साल तीन सिलेंडर मुफ्त दिए जाएंगे। इसीलिए विपक्ष गैस पर आ गया है।

देवेन्द्र फड़णवीस का ठाकरे को जवाब: इस मौके पर उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने भी प्रतिक्रिया दी| “चूंकि मैं नागपुर जाना चाहता हूं, इसलिए मैंने पहले बोलने का अवसर लिया है। मैं राज्य के वित्त मंत्री और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को हृदय से बधाई देता हूं कि उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बहुत ही प्रगतिशील, व्यापक, सर्वजन हितै, सर्वजन सुखाय जैसा बजट पेश किया है।देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा कि यह किसानों, महिलाओं, युवाओं और पिछड़े वर्ग जैसे सभी तत्वों को समर्पित बजट है।

यह भी पढ़ें-

‘आज का दिन भारतीय संसद के इतिहास पर काला धब्बा है’, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़!

Exit mobile version