विद्या चव्हाण को सुनी, जो मुझसे बहुत प्यार करती हैं। कल से चित्रा वाघ के कारनामे ने ऐसी सनसनी मचा दी है कि महाराष्ट्र को बताया जाएगा| उनसे अच्छा बोलने की उम्मीद नहीं की जाती| एनसीपी ने अलग-अलग पत्नियों को पीछे रखकर यह कहकर काम किया है कि मैं कितना बुरा हूं।’ चित्रा वाघ ने कहा कि काफी समय बाद टीवी चैनल पर विद्या चव्हाण के दर्शन हुए, उन्हें मुझे धन्यवाद देना चाहिए|
मैंने लोक अभियोजक प्रवीण चव्हाण के बारे में जो कहा था, उसका समर्थन करें। विधानसभा के पटल पर प्रवीण चव्हाण ने जो कहा, उसे देवेन्द्र फडणवीस ने स्वीकार कर लिया है| आपने कहा कि हमने चित्रा वाघ को बड़ा बनाया| मैं उस स्तर तक नहीं जाता। लेकिन क्या तुमने हाथ दिया और मैंने अपनी आँखें बंद कर लीं? मैंने अपना कर्तव्य तब तक निभाया जब तक मेरे पैरों की खाल नहीं उतर गई। पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी, उसे मैंने निभाया|
चित्रा वाघ में कुछ खूबी है| तो मैंने काम किया| क्या भाजपा ने मुझे कोई पद दिया? किससे पूछें, मैं महिला आयोग की आखिरी सदस्य थी। चित्रा वाघ ने कहा है कि मेरी मुट्ठी बंद है, उसे खुलवाना मत, नहीं तो शरद पवार साहब को नुकसान होगा| विद्या चव्हाण ने अपने ट्वीट में कहा, ‘सबूत पेश करें या झूठ, आप इस मुकाम तक कैसे पहुंचे… आपने क्या किया, आपने किसका साथ दिया… ये सब पता चल गया है, हिम्मत है तो आइए।’
चित्रा वाघ ने क्या कहा?: विद्या सिर्फ “विद्या” नाम से नहीं आतीं, सोलापुर मामले में न तो आज तक पीड़िता से मिलीं और न ही देखा। लेकिन जब आप अपनी आवाज उठाते हैं, तो आप ताली बजाने की जल्दी में होते हैं। क्या बहू पर अत्याचार करने वाली सास की प्रसिद्धि के सामने बाकी सब चीजें फीकी नहीं हैं? चित्रा वाघ ने ट्वीट किया था कि मेरी मुंह मत लगो|
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