शिव प्रतिष्ठान के मनोहर कुलकर्णी उर्फ संभाजी भिड़े के समर्थन में प्रदर्शन में हिरासत में लिये गये कार्यकर्ताओं पर पुलिसिया कार्रवाई के दौरान जब अन्य समर्थक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में थाने के सामने एकत्र होकर नारेबाजी कर रहे थे तो पुलिस द्वारा हल्का लाठीचार्ज किये जाने का मामला सामने आया है| राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और अन्य महापुरुषों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने के मामले में घिरी हिंदुस्तान विधानसभा में मामला सामने आया है| उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मामले की जांच करने और संबंधित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का वादा किया।
इस बीच, फौजदार चावड़ी पुलिस स्टेशन के सामने अवैध रूप से नारेबाजी कर रहे और सड़क पर सार्वजनिक यातायात को अवरुद्ध कर रहे भिड़े समर्थक हिंदुत्व संगठनों के कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हल्की लाठियों का सहारा लेना पड़ा। इस मामले में ओंकार बालाजी सराटे, साईप्रसाद अवधूत दोशी, दिनेश मनोज मैनावाले, विशाल राजू जाधव, अभिषेक बसवराज नगराले, किरण रंजीत पंगुडवाले, पुलिस ने चंद्रकांत उमेश नाइकवाड़े, संभाजी उमेश अडगले, प्रेम विश्वनाथ भोगड़े, अविनाश बाबूसिंह मदनावले समेत 50 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है|
पुलिस ने कल छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर पुलिस की अनुमति के बिना संभाजी भिडे के समर्थन में विरोध प्रदर्शन कर रहे लगभग 15 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। इसके तुरंत बाद, हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं की भीड़ दोपहिया वाहन उड़ाते और नारे लगाते हुए फौजदार चावड़ी पुलिस स्टेशन के सामने सार्वजनिक सड़क पर आ गई। प्रदर्शनकारियों को हिरासत में क्यों लिया गया है?
पुलिस को सार्वजनिक परिवहन को अवरुद्ध करने वाली भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्के लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा, जो मांग कर रहे थे कि वे तुरंत चले जाएं, जय श्री राम, छत्रपति शिवाजी महाराज की जय, संभाजी भिड़े हर हिंदू के घर में। हिंदूवादी संगठनों का कहना है कि तीन कार्यकर्ता घायल हुए हैं|
‘मुझे ताने मारने की आदत नहीं…’, अजित पवार का उद्धव ठाकरे पर तंज?