Maharashtra : सीएम पद को लेकर भाजपा के केंद्रीय निरीक्षक का अहम बयान; कहा, “शिंदे को…”!

भाजपा विधायक दल का नेता चुनने के लिए बुधवार सुबह 10 बजे विधान भवन में बैठक होगी. इस बैठक में केंद्रीय निरीक्षकों की मौजूदगी में फडनवीस का चयन होने की उम्मीद है|

Maharashtra : सीएम पद को लेकर भाजपा के केंद्रीय निरीक्षक का अहम बयान; कहा, “शिंदे को…”!

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महागठबंधन का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार तय करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और चयन की औपचारिकता बुधवार को भाजपा विधायक दल की बैठक में की जाएगी| सोमवार को बैठक के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया। हालांकि कहा जा रहा है कि पार्टी नेताओं ने मुख्यमंत्री पद के लिए देवेन्द्र फडनवीस के नाम पर मुहर लगा दी है, विधायक दल की बैठक में उनके औपचारिक चयन के बाद राज्यपाल सी.पी.राधाकृष्णन के समक्ष सत्ता बनाने के लिए महागठबंधन की ओर से दावा किया जाएगा।

इससे पहले भाजपा विधायक दल का नेता चुनने के लिए बुधवार सुबह 10 बजे विधान भवन में बैठक होगी| केंद्रीय निरीक्षकों की मौजूदगी में होने वाली इस बैठक में फडनवीस का चयन होने की उम्मीद है| इस बारे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक विजय रूपाणी ने कहा, ”भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है| उन्होंने कहा है कि अगर भाजपा के मुख्यमंत्री बनते हैं तो एकनाथ शिंदे को कोई दिक्कत नहीं होगी| मैंने उनसे कोई चर्चा नहीं की है,लेकिन मुझे लगता है कि भाजपा का मुख्यमंत्री बनेगा|

विभागों के बंटवारे पर चर्चा आज?: संकेत हैं कि शिंदे की नाराजगी अभी दूर नहीं हुई है| रविवार को सतारा से ठाणे पहुंचे कार्यवाहक मुख्यमंत्री अभी तक ‘वर्षा’ आवास नहीं गये हैं|  बताया जा रहा है कि वह बीमार हैं और ठाणे स्थित घर पर आराम कर रहे हैं। इसलिए विभाग बंटवारे को लेकर सोमवार को भी चर्चा नहीं हो सकी| अब आज शिंदे, फडनवीस और अजित पवार एक साथ बैठेंगे और चर्चा करेंगे| अजित पवार सोमवार को एक निजी कार्यक्रम के लिए नई दिल्ली गए और उनके केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की संभावना है।

आज़ाद मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी: जब बहुमत दल सत्ता में होने का दावा करता है, तो राज्यपाल द्वारा मुख्य सचिव या शाही शिष्टाचार विभाग को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करने का निर्देश दिया जाता है।लेकिन चूंकि महागठबंधन के पास बड़ा बहुमत है, इसलिए इस प्रक्रिया के होने से पहले ही अनौपचारिक रूप से समारोह की तैयारी शुरू कर दी गई है|

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले ने पहले ही इसकी घोषणा कर दी थी और इसकी आलोचना भी हुई थी। सोमवार को भाजपा और एनसीपी नेताओं ने समारोह की तैयारियों का निरीक्षण किया, लेकिन शिवसेना का कोई भी नेता मैदान में नहीं आया है| आज के निरीक्षण में महायुति के सभी नेता मौजूद थे|

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