​राज्य​ में दंगा मामला: ​जितेंद्र ​आव्हाड​​ के बयान पर सुप्रिया सुले का ​जवाब !

​शिवसेना नेता नरेश म्हस्के ने भी टिप्पणी की कि "जितेंद्र ​आव्हाड​​ कट्टर हिंदुत्व विरोधी हैं"। साथ ही इस बयान को लेकर आव्हाड के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग जोर पकड़ने लगी है।

​राज्य​ में दंगा मामला: ​जितेंद्र ​आव्हाड​​ के बयान पर सुप्रिया सुले का ​जवाब !

Riot case in the state: Supriya Sule's reply on Jitendra Awhad's statement!

राकांपा नेता जितेंद्र आव्हाड ने ​रामनवमी के दिन औरंगाबाद में दंगा हुआ था|​​ उसके बाद, ऐसा लगता है कि रामनवमी और हनुमान जयंती सिर्फ राज्य में दंगे कराने के लिए हैं​|​जितेंद्र आव्हाड इस बयान से राजनीतिक हलकों में बवाल मच गया है|​ ​शिवसेना नेता नरेश म्हस्के ने भी टिप्पणी की कि “जितेंद्र आव्हाड​​ कट्टर हिंदुत्व विरोधी हैं”। साथ ही इस बयान को लेकर आव्हाड के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग जोर पकड़ने लगी है।

क्या कहा जितेंद्र आव्हाड​​ ने?: “रामनवमी के दिन औरंगाबाद में दंगा हुआ था|​​ उसके बाद रामनवमी और रामनवमी और हनुमान जयंती सिर्फ प्रदेश में दंगे कराने के लिए है, ऐसा लगने लगा है|​​ वास्तव में, आने वाला वर्ष साम्प्रदायिक दंगों का वर्ष होगा क्योंकि शासक देश के युवाओं को नौकरी देने में असमर्थ हैं। राकांपा के जितेंद्र आव्हाड​​ ने पार्टी खेमे में कहा, “वे महंगाई को कम नहीं कर सकते, इसलिए सत्ताधारी पार्टी के पास धार्मिक समारोह करके वोट पाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।”

​सुप्रिया सुले की प्रतिक्रिया ?: “डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ने स्वतंत्र श्वास और मुक्त मन का अधिकार दिया है। ऐसे में अगर किसी ने बयान दिया है तो उसके खिलाफ तुरंत केस दर्ज करना गलत है। सभी राजनेताओं को इस प्रथा को बंद करना चाहिए। सुप्रिया सुले ने कहा, अगर किसी ने कुछ कहा है, तो हम सभी को शांत हो जाना चाहिए और केस को तुरंत लिए बिना तुरंत केस करने के बारे में सोचना चाहिए। “दादाजी खुलकर अपने मन की बात कह सकते हैं, इसमें गलत क्या है?” ऐसा काउंटर सवाल सुप्रिया सुले ने भी पूछा है। उन्होंने यह प्रतिक्रिया अजित पवार के मुख्यमंत्री बनने की मंशा के बाद भी दी थी|
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