मुंबई। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने आरोप लगाया है कि अपने साथी दलों के दबाव में कुर्सी के मोह में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे राज्य में मंदिर खोलने का फैसला नहीं ले पा रहे हैं। मंगलवार को पाटील ने पुणे में कहा कि कुर्सी मोह के कारण मंदिर बंद हैं। मंदिर खुले यह बात कांग्रेस-राष्ट्रवादी को पसंद नहीं। उद्धव ठाकरे कुर्सी से प्रेम करने वाले नेता हैं। भाजपा नेता ने कहा कि उद्धव खुद ही अपनी पार्टी का नुकसान कर रहे हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि शिवसेना में संजय राऊत के अलावा कोई दूसरा नेता बोलता क्यों नहीं दिखता? हमारे परम मित्र दिवाकर रावते कहां चले गए? हमारे सबसे अच्छे दोस्त, बेहद मिलनसार रामदास कदम कहां गए? अनिल देसाई, सुभाष देसाई, रविंद्र वायकर कहां लापता हैं? अकेले संजय राऊत बोलते जा रहे हैं। पाटील ने कहा कि वर्ष 2019 में शिवसेना और भाजपा में कुछ लोगों ने जानबूझकर दरार पैदा की। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान भी दूरी बढ़ाने की कोशिश की गई, लेकिन कुर्सी के मोह में उद्धव ठाकरे को यह बात समझ में नहीं आ रही है।