शिवसेना में फूट की बरसी पर अजित पवार का सवाल; कहा, “बग़ावत से…​!​”

19 जून, 2022 को एकनाथ शिंदे 25 विधायकों के साथ शिवसेना की वर्षगांठ मनाने के अगले दिन सूरत के लिए रवाना हुए। इसके बाद राज्य की राजनीति में नाटकीय घटनाक्रम हुआ। नतीजा यह हुआ कि तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।

शिवसेना में फूट की बरसी पर अजित पवार का सवाल; कहा, “बग़ावत से…​!​”

Ajit Pawar's question on the anniversary of the split in Shiv Sena; Said, "Rebelliously...​!​"

20 जून को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को शिवसेना से बगावत किए एक साल हो जाएगा। 19 जून, 2022 को एकनाथ शिंदे 25 विधायकों के साथ शिवसेना की वर्षगांठ मनाने के अगले दिन सूरत के लिए रवाना हुए। इसके बाद राज्य की राजनीति में नाटकीय घटनाक्रम हुआ। नतीजा यह हुआ कि तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद, एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस ने उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इसको लेकर अजित पवार ने सरकार से कुछ सवाल पूछे हैं|

उन्होंने कहा, ‘जब सरकार सत्ता में आई तो कहा गया कि 75 हजार लड़के लड़कियों को भर्ती करते हैं। कल 20 को उनके विद्रोह को एक वर्ष हो जाएगा। उनकी सरकार आए करीब एक साल हो गया है। उन्होंने एक साल में कितने लोगों को रोजगार दिया? महंगाई कितनी कम हुई? कितने किसानों को आधार मूल्य मिला? किसानों की कितनी समस्याओं का समाधान किया? पहले इसके बारे में बात करें”, अजित पवार ने कहा। अजित पवार ने आगे कहा, ‘कोई भी तत्व इस समय इस सरकार के काम से संतुष्ट नहीं है|’

राज्य में भारी बेरोजगारी, मुद्रास्फीति, किसानों की समस्याओं के बारे में बात करें। आज बारिश हुई है। अमरावती, कोंकण में बारिश नहीं। बांध में भंडार खत्म हो रहा है। पीने का पानी नहीं होने से समस्या बनी हुई है। दोहरी बुवाई का संकट है। खाद के दाम बढ़ रहे हैं। प्याज उत्पादक किसान बन गया है।

कपास किसान के घर में माल जमा रहता है। उत्पाद की कीमत नहीं मिलती। जलगांव के कुछ किसान भूख हड़ताल पर थे। यह सब समस्याएं हैं। इसके बारे में बात मत करो। आप राज्य और केंद्र में हैं, अगर आप इन सवालों का जवाब देंगे तो समाज को राहत मिलेगी।

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