महाविकास अघाड़ी में शामिल दलों के सुर बदलने लगे हैं। ताजा मामला उद्धव ठाकरे की शिवसेना के मुखपत्र सामना की संपादकीय में छपी सीएम देवेंद्र फडणवीस की तारीफ के बाद सामने आया है। महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर बड़ा उलटफेर होने की संभावना जताई जा रही है? उद्धव ठाकरे की ‘सामना’ मुखपत्र के संपादकीय में नए साल के मौके पर सीएम देवेंद्र फडणवीस के गढ़चिरौली के दौरे की तारीफ की गई है।
इसके बाद शिवसेना के सांसद संजय राउत ने भी सीएम की तारीफ को लेकर जवाब दिया है। गढ़चिरौली में गरीबी की वजह से नक्सलवाद बढ़ा। पढ़-लिखकर पकौड़े तलने के बजाय, हाथों में बंदूकें लेकर आतंक मचाने, दहशत फैलाने की ओर युवाओं का झुकाव हुआ। इस संघर्ष में केवल खून ही बहा। पुलिस वाले भी मारे गए और बच्चे भी मारे गए।
सामना में छपे संपादकीय में लिखा गया है कि फडणवीस ने नए साल में काम की शुरुआत गढ़चिरौली जिले से की। फडणवीस ने गढ़चिरौली से विकास के एक पर्व की शुरुआत की। नए साल के मौके पर फडणवीस ने नक्सल प्रभावित जिले में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। फडणवीस ने जो कहा है अगर वह सच है तो यह गढ़चिरौली ही नहीं, पूरे महाराष्ट्र के लिए पॉजिटिव होगा।
संपादकीय में यह भी लिखा गया है कि शिवसेना को यकीन है कि देवेंद्र फडणवीस गढ़चिरौली में कुछ नया करेंगे।अब अगर मुख्यमंत्री गढ़चिरौली में इस तस्वीर को बदलने का निर्णय लेते हैं तो हम उन्हें बधाई देते हैं। हमें उम्मीद है कि फडणवीस गढ़चिरौली में कुछ नया करेंगे और आदिवासियों की जिंदगी बदल देंगे। अगर गढ़चिरौली में संविधान का राज आ रहा है तो मुख्यमंत्री फडणवीस प्रशंसा के पात्र हैं।
सामना में छपे संपादकीय को लेकर शिवसेना उद्धव के नेता संजय राऊत ने कहा कि मैंने 10 नक्सलियों के हथियार डालने और भारतीय संविधान को स्वीकार करने की तस्वीरें देखी हैं। अगर कोई ऐसा करता है तो इसकी सराहना की जानी चाहिए। यह सब देवेंद्र फडणवीस की पहल के बाद किया गया है और कोई इसकी सराहना नहीं कर रहा है, तो यह सही नहीं है। अगर गढ़चिरौली जैसे जिले का विकास होता है तो यह पूरे राज्य के लिए अच्छा है।अगर गढ़चिरौली महाराष्ट्र का स्टील सिटी बन जाता है तो इससे बेहतर कुछ नहीं है।
शिवसेना नेता ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी आलोचना की है, लेकिन जब वे कुछ अच्छा करते हैं तो हम उसकी सराहना भी करते हैं। हम हमेशा अच्छी पहल की सराहना करते हैं| आज तक गढ़चिरौली में जो भी उद्योग आता है तो लोग केवल उस उद्योगपति से जबरन वसूली के बारे में सोचते हैं, लेकिन अब ऐसा लगता है कि चीजें बदल रही हैं और इसकी सराहना की जानी चाहिए।
संजय राऊत ने कहा कि हमने देवेंद्र फडणवीस की प्रशंसा की है क्योंकि सरकार ने अच्छा काम किया है। महाराष्ट्र हमारा राज्य है और नक्सलवाद से प्रभावित गढ़चिरौली में अगर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया और सांविधानिक मार्ग चुना तो हम इसका स्वागत करते हैं। हमने देवेंद्र फडणवीस के साथ काम किया है। लेकिन हम विपक्ष में हैं और हम मुद्दे उठाते रहेंगे।
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