मणिपुर में दो महीने से हिंसा जारी है| इसी तरह, मणिपुर में भीड़ द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र करने का एक वीडियो बुधवार (19 जुलाई) को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो के वायरल होने के बाद देशभर से गुस्से भरी प्रतिक्रियाएं आने लगीं| इस मामले में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है|इसलिए पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है| दरअसल, ये घटना दो महीने पहले की है| लेकिन दो माह तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई| देशभर से मिली तीखी प्रतिक्रिया और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस से सीधे पूछताछ के बाद मणिपुर में प्रशासन जागा और उसके बाद मामले में कार्रवाई शुरू की गई|
मणिपुर में करीब तीन महीने से हिंसा जारी है, लेकिन मणिपुर सरकार इस स्थिति को संभालने में सक्षम नहीं है| साथ ही विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि केंद्र सरकार ने इस मामले में ठोस कदम नहीं उठाया है| आज (22 अप्रैल) प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए शिवसेना के ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने मणिपुर घटना के लिए सीधे तौर पर केंद्र सरकार पर आरोप लगाया। सांसद संजय राउत ने कहा, मणिपुर में हिंसा जारी है, भारतीय सेना पर भी हमले हो रहे हैं,लेकिन वहां की सरकार मूकदर्शक बनकर सिर्फ तमाशा देख रही है| वहां के हालात कश्मीर से भी बदतर हैं| लेकिन भाजपा वहां ध्यान नहीं देती क्योंकि वहां हिंदू-मुस्लिम की राजनीति नहीं की जा सकती| मणिपुर में हिंसा और वहां की घटनाओं से भाजपा को राजनीतिक तौर पर कोई फायदा नहीं हो रहा है| इसलिए भाजपा इस मामले पर चुप है|
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