शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने महाविकास अघाड़ी और खासकर एनसीपी की आलोचना की है। शिवसेना और भाजपा ने गठबंधन किया है| इसकी वजह से कुछ लोगों के पेट में दर्द होता है। संजय शिरसाट ने आरोप लगाया है कि एनसीपी चालबाजी कर रही है| संजय राउत एनसीपी की गोद में बैठने की राह पर हैं| ये सभी सिल्वर ओक में जाते हैं। नंबर वन पार्टी तय करने का अधिकार शरद पवार के पास है| उद्धव ठाकरे गुट को खत्म किया जा रहा है। संजय शिरसाट ने कहा कि अगर ठाकरे समूह का राष्ट्रवादी पार्टी में विलय भी हो जाता है तो भी कोई समस्या नहीं होगी|
स्वतंत्रता सेनानी सावरकर की जयंती के अवसर पर कल राजधानी दिल्ली के महाराष्ट्र सदन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया| कार्यक्रम के दौरान महाराष्ट्र सदन में क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले और पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर की मूर्तियों को अस्थायी रूप से हटा दिया गया। विपक्ष ने इसकी आलोचना की है|संजय शिरसाट ने भी प्रतिक्रिया दी है।
वे किस पर राजनीति करते हैं?: राजनीति करने के काबिल हो। उन्होंने दलित समाज को कुचलने का काम किया है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री का संबंध नहीं है। यह बकवास है। संजय शिरसाट ने कहा कि फोटो रख कर उल्लू बना लिया, राजनीति करने की जगह चिल्लर झाड़ू लगाने और काम करने लगा|
एकनाथ शिंदे साहब ने शिवसेना में सभी को निर्णय लेने का अधिकार दिया है। इसलिए शिरसाट ने विनायक राउत की आलोचना का जवाब देते हुए कहा है कि विनायक राउत का भाषण खतरनाक है| गजानन कीर्तिकर एक महान नेता हैं। वे आक्रामक रूप से संगठन के मुद्दे को उठाते हैं। कीर्तिकर ने अपने लिए कुछ नहीं मांगा। कीर्तिकर परेशान नहीं हैं।
चुनाव में महाविकास अघाड़ी में झगड़ा निपटाने की नौबत आएगी। हमारे गठबंधन के सीट आवंटन की घोषणा की जाएगी। यह सिर्फ एक गलत धारणा है कि भाजपा शिवसेना की जगह लेने की तैयारी कर रही है। भाजपा की सीट पर हमारा समर्थन, शिवसेना की सीट पर भाजपा का समर्थन| संजय शिरसाट ने कहा है कि इसका असर आने वाले लोकसभा चुनाव में दिखेगा|
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