शिवसेना नेता मनीषा कायंदे ने कहा, “औरंगजेब की कब्र को कई साल तक लोगों ने सहन किया है और जब अबू आजमी ने उसकी तारीफ की है तो लोग बौखला गए हैं। क्रूर मुगल शासक की कब्र की जरूरत क्या है? हालांकि, इस पर निर्णय सरकार लेगी कि उसे रखना चाहिए या नहीं।
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि इतिहास के पन्नों से उसका नाम भी मिटाना चाहिए। अगर इतिहास के पन्नों में उसका नाम रहेगा, तो एक क्रूर शासक के तौर पर रखना चाहिए। जनभावना है कि उसकी कब्र पर खर्च क्यों किया जाए।”
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के धर्म बदलने की सजा वाले बयान पर शिवसेना नेता ने कहा, “हर एक सरकार का अधिकार है कि वह क्या बिल लाना चाहती है, क्योंकि बहुत सारे बिल लाए जाते हैं और उसे केंद्र सरकार के पास भेजा जाता है।
उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम को चैंपियंस ट्राफी के आज हो रहे फाइनल के लिए शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने कहा, “हर एक क्रिकेट प्रेमी को लगता है कि आज के मैच में भारत जीतेगा।”
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