शिंदे सरकार का पहला सत्र​,​ ​पहले ही दिन ​​आदित्य ठाकरे गैरहाजिर

शिवसेना में बगावत के बाद आदित्य ठाकरे ने शिवसेना पार्टी संगठन पर ध्यान देना शुरू कर दिया है​|​​ आदित्य ठाकरे शिवसंवाद यात्रा से बगावत करने वाले और बैठकें करने वाले विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों में जाते रहे हैं।

शिंदे सरकार का पहला सत्र​,​ ​पहले ही दिन ​​आदित्य ठाकरे गैरहाजिर

First session of Shinde Sarkar, Aditya Thackeray absent on the very first day

आदित्य ठाकरे की शिवसंवाद यात्रा का तीसरा चरण 17 अगस्त से शुरू हो रहा है। रायगढ़ जिले में दो जगहों पर आदित्य ठाकरे की रैली का आयोजन किया गया है|​​ आदित्य ठाकरे ​ने ​17 अगस्त को अलीबाग और महाड़ में​​ एक दिवसीय दौरे पर होंगे, इसलिए वह अधिवेशन के पहले दिन सदन​ में उपस्थित नहीं हो पाएंगे|

शिवसेना में बगावत के बाद आदित्य ठाकरे ने शिवसेना पार्टी संगठन पर ध्यान देना शुरू कर दिया है|​​आदित्य ठाकरे शिवसंवाद यात्रा से बगावत करने वाले और बैठकें करने वाले विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों में जाते रहे हैं।आदित्य ठाकरे हर बैठक और बैठक में बागी विधायकों को देशद्रोही बताकर उनकी आलोचना कर रहे हैं|​ ​

वास्तव में शिवसेना कौन है? इस वजह से चुनाव आयोग में शिंदे और ठाकरे के बीच लड़ाई है, ऐसे में पार्टी को बचाने की चुनौती उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे के पास है, दूसरी ओर राज​ निकाय चुनाव​ भी सिर​​ पर हैं, इसलिए ऐसा लगता है कि आदित्य ठाकरे विधायी कार्यों से ज्यादा पार्टी निर्माण पर ध्यान दे रहे हैं।

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