​”…तब बालासाहेब ने मोदी को बचाया”, उद्धव ठाकरे ने सुनाई ‘वो’ कहानी!

भाजपा की ओर से लगातार की जा रही 'घर बैठे मुख्यमंत्री' की आलोचना का भी जवाब दिया| उद्धव ठाकरे ने कहा, मेरी लगातार आलोचना की गई कि मैं घर पर बैठा हूं| हाँ मैं घर पर बैठा था, लेकिन मैंने कभी किसी का घर नहीं तोड़ा।

​”…तब बालासाहेब ने मोदी को बचाया”, उद्धव ठाकरे ने सुनाई ‘वो’ कहानी!

"...then Balasaheb saved Modi", Uddhav Thackeray narrates 'that' story!

शिवसेना के ठाकरे गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे इन दिनों विदर्भ के दौरे पर हैं। इस बीच यवतमाल में पदाधिकारियों से बात करते हुए उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर हमला बोला, वहीं आज अमरावती में आयोजित ठाकरे समूह की बैठक में बोलते हुए उन्होंने भाजपा के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सीधा निशाना साधा| उन्होंने भाजपा की ओर से लगातार की जा रही ‘घर बैठे मुख्यमंत्री’ की आलोचना का भी जवाब दिया| उद्धव ठाकरे ने कहा, मेरी लगातार आलोचना की गई कि मैं घर पर बैठा हूं| हाँ मैं घर पर बैठा था, लेकिन मैंने कभी किसी का घर नहीं तोड़ा।
अमरावती में बोलते हुए उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी पर जोरदार हमला बोला| उद्धव ठाकरे ने कहा, अगर आप मर्द के बेटे हैं तो ईडी और सीबीआई जैसी सरकारी एजेंसियों को छोड़कर मैदान में आ जाएं|आप राजनीति के दिग्गज हैं…जब आपके दो सांसद थे तो शिवसैनिकों ने आपको अपने कंधों पर बिठाकर महाराष्ट्र दिखाया था। उन्होंने इस भूत (भाजपा) को अपने गले में लटका लिया और चारों ओर घुमाया, लेकिन आज आप हमें राजनीति से खत्म करने पर तुले हैं? ये आपका हिंदुत्व क्यों है? यही आपकी नीति है और यही आपका दृष्टिकोण है!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, मुझे एक बात समझ नहीं आती| जो लोग आपके साथ रहे, हम 25 साल आपके साथ रहे, आप उस शिवसेना को खत्म करने निकल पड़े। जब आप कुछ नहीं थे तो बालासाहेब (शिवसेना प्रमुख दिवंगत बालासाहेब ठाकरे) ने आपको बचाया था| अन्यथा अटल बिहारी वाजपेयी (भारत के पूर्व प्रधान मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेतृत्व) ने आपको तब बर्बाद कर दिया होता।
हिंदू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे एकमात्र व्यक्ति थे जो आपके साथ खड़े थे।’ वह एकमात्र व्यक्ति थे जो इस वर्तमान प्रधान मंत्री के पीछे खड़े थे। यदि बालासाहेब का समर्थन नहीं होता तो क्या वह (नरेंद्र मोदी) आज दुनिया के सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्रियों की सूची में होते? ये सवाल उन्हें खुद से पूछना चाहिए| 2002 में जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब बड़े दंगे हुए थे| दुनिया भर के लोगों और अखबारों ने सीधे तौर पर नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया| भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने भी मोदी की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई थी|वही बात आज उद्धव ठाकरे ने याद दिलाई|
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