विधानमंडल का मानसून सत्र औरंगजेब को लेकर विवादों की भेंट चढ़ गया। भारतीय जनता पार्टी के विधायक नितेश राणे ने मुस्लिम युवाओं द्वारा औरंगजेब का दर्जा रखने का मुद्दा उठाया| इसके बाद समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने संबंधित युवक के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सवाल उठाया| औरंगजेब का बढ़ाई करने पर मुस्लिम युवक गिरफ्तार, ठीक है, लेकिन प्रकाश अंबेडकर औरंगजेब की कब्र पर से फूल लेकर आए| प्रकाश अंबेडकर ने यह भी चुनौती दी कि अगर किसी में हिम्मत है तो मुझे गिरफ्तार करके दिखाए| फिर भी उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई| क्या राज्य में दो अलग-अलग कानूनी प्रणालियाँ हैं? आजमी ने ये सवाल उठाया|
इस पर गृह मंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने जवाब दिया| फडणवीस ने हॉल में कहा, ”जब प्रकाश अंबेडकर औरंगजेब की कब्र पर गए तो मैंने उनसे कब्र का महिमामंडन नहीं करने का अनुरोध किया| दो धर्मों के बीच दरार पैदा करना गुनाह है, औरंगजेब की कब्र पर जाना नहीं. जिस तरह से कुछ युवा व्हाट्सएप पर औरंगजेब का स्टेटस लिखते हैं और लिखते हैं कि वह तुम्हारे पिता हैं, यह एक अपराध है।” वंचित बहुजन आघाडी के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने हॉल में देवेंद्र फडणवीस के जवाब पर आपत्ति जताई है|
प्रकाश अंबेडकर ने आरोप लगाया कि विधानसभा में देवेंद्र फडणवीस ने बेवकूफी भरा जवाब दिया है| प्रकाश अंबेडकर ने यह भी कहा कि अगर किसी की कब्र पर जाना कानून द्वारा प्रतिबंधित है या कानून द्वारा कोई रोक नहीं है, तो फडणवीस को इसका खुलासा करना चाहिए। उन्होंने ट्वीट कर यह प्रतिक्रिया दी|
प्रकाश अंबेडकर ने एक ट्वीट में कहा, कि महाराष्ट्र विधानसभा में औरंगजेब की कब्र पर फूल चढ़ाने और व्हाट्सएप पर औरंगजेब का स्टेटस पोस्ट करने का मुद्दा उठाया गया और चर्चा की गई| अबू आजमी द्वारा उठाए गए मुद्दे पर गृह मंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने जो जवाब दिया, वह ठोस जवाब है| सही मायने में उन्हें इस बात का जवाब देना चाहिए कि क्या देश में किसी की मजार या मजार पर जाना मना है? उन्हें इसका खुलासा करना चाहिए| किसी की क्या राय है? ये एक अलग हिस्सा है,लेकिन अगर कब्र पर जाना कानूनन वर्जित है तो बताना चाहिए, या अगर कानूनन मनाही नहीं है तो फडणवीस को भी इसका खुलासा करना चाहिए|’
विधानसभा में अबू आजमी ने क्या कहा? अबू आजमी ने सभा में कहा, ”कुछ मुस्लिम युवकों ने औरंगजेब का दर्जा डाला, इसलिए आपने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है, यह ठीक है। लेकिन मैं यहां पूछना चाहूंगा कि प्रकाश अंबेडकर औरंगजेब की कब्र पर भी गए थे और कब्र पर फूल चढ़ाए थे| इतना ही नहीं उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर किसी में हिम्मत है तो मेरे खिलाफ केस दर्ज कराए। फिर भी उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई| तो क्या इस देश में दो तरह की कानूनी व्यवस्था है? ये मेरा सरकार से सवाल है| रुतबा बनाए रखने के लिए किसी के खिलाफ मुकदमा दायर किया जाता है और कोई व्यक्ति मुकदमा दायर करने को चुनौती दे रहा है, फिर भी आप कोई कार्रवाई नहीं करते हैं।”
जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस ट्रेन में जो घटना हुई वह इसी वजह से हुई है| सरकार समाज में नफरत फैला रही है. मुस्लिमों को किसी भी तरह से हिंदू भाइयों के बीच बदनाम करने का काम किया जा रहा है| अब हालात ऐसे हैं कि कोई बुर्का पहनकर या दाढ़ी बढ़ाकर ट्रेन में सफर करने की हिम्मत भी नहीं कर पाता। उन्हें डर है कि उन्हें कौन और कब मार डालेगा| मेरा समुदाय अभी चिल्ला रहा है। लेकिन कोई मदद करने को तैयार नहीं है| मुसलमानों के ट्रेन से यात्रा करने में कोई बुराई नहीं थी| सत्ताधारी दल के लोग मुझे गद्दार कहते हैं, लेकिन देश में नाथूराम गोडसे की तस्वीर लगी हुई है| महात्मा गांधी के हत्यारों का प्रचार किया जा सकता है| ये सब जानबूझकर किया जा रहा है| अबू आजमी ने यह भी आरोप लगाया कि देश का माहौल खराब किया जा रहा है|
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