महाराष्ट्र में कांग्रेस संकट गहराया : थोरात का इस्तीफा, पटोले पर उठाये थे सवाल!

महाराष्ट्र कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है। पार्टी में अंदरुनी कलह खुलकर सामने आ गई है।

महाराष्ट्र में कांग्रेस संकट गहराया : थोरात का इस्तीफा, पटोले पर उठाये थे सवाल!

Congress crisis deepens in Maharashtra: Thorat resigns, raised questions on Nana Patole!

महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है| बालासाहेब थोरात ने स्पष्ट रूप से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के साथ काम करने से इनकार कर दिया है| महाराष्ट्र कांग्रेस में फिलहाल आपसे गुटबाजी चरम पर है|

वही दूसरी ओर महाराष्ट्र कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है। पार्टी में अंदरुनी कलह खुलकर सामने आ गई है। कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले पर सवाल उठाने के अगले दिन ही थोराट ने कांग्रेस को झटका दिया है। हालांकि, पार्टी की ओर से उनकी इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं हुआ है।

हालांकि, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने इस तरह के किसी भी घटनाक्रम से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि थोराट से कोई त्याग पत्र नहीं मिला है। जबकि, प्रदेश में महाराष्ट्र कांग्रेस में नाना पटोले के खिलाफ विरोध के स्वर तेजी से उठने के साथ ही महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोरात ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है|

इससे पूर्व बालासाहेब थोरात ने पार्टी के आलाकमान को पत्र लिखकर नाना पटोले के खिलाफ शिकायत की थी| उन्होंने पत्र में यह भी लिखा था कि अब पार्टी में नाना पटोले के साथ काम करना मुश्किल हो रहा है|पार्टी की अंदरूनी लड़ाई तब उजागर हुई जब बालासाहेब थोराट के बहनोई और नासिक के तत्कालीन एमएलसी सुधीर तांबे ने कांग्रेस के आधिकारिक उम्मीदवार होने के बावजूद चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया और अपने बेटे सत्यजीत तांबे को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतारा|

खबर है कि थोराट ने पत्र में नजरअंदाज किए जाने का भी जिक्र किया है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को उन्होंने जानकारी दी है, जबकि राज्य में होने वाले फैसलों के बारे में उन्हें जानकारी नहीं दी जाती है। थोराट ने अपने पत्र में कांग्रेस नेतृत्व के सामने प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के साथ काम करने में असमर्थता जाहिर कर दी है। उन्होंने कहा कि पटोले उनके खिलाफ काफी नाराजगी रखते हैं और उनके साथ काम करना मुश्किल होगा। थोराट ने फैसलों पर चर्चा में शामिल नहीं करने की भी शिकायत की है।
कांग्रेस ने नासिक से एमएलसी सुधीर तांबे को टिकट दिया था। आपको बात दें की सुधीर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष थोराट के रिश्तेदार भी हैं। कहा जा रहा था कि तांबे परिवार सुधीर के बेटे सत्यजीत के लिए टिकट चाहता थे। ऐसे में सत्यजीत निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव में उतरे और जीत हासिल कर ली।
कहा जाता है कि थोराट पिछले काफी समय से अपने पद से इस्तीफा देना चाह रहे थे, लेकिन हाल ही में आए नासिक एमएलसी चुनाव के नतीजे से कलह और बढ़ गई। दरअसल, नासिक में कांग्रेस के बागी उम्मीदवार सत्यजीत तांबे को भारी बहुमत से जीत हासिल हुई है, जबकि कांग्रेस-राकांपा-शिवसेना की संयुक्त उम्मीदवार शुभांगी पाटिल को हार का सामना करना पड़ा।
 
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