निर्वासित लेखिका तस्लीमा नसरीन का कहना है कि ममता बनर्जी ने मुसलमानों को खुश करने के लिए उनके नाटक ‘लज्जा’ पर प्रतिबंध लगाया है। सोमवार (22 दिसंबर) को बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने अपने फेसबुक अकाउंट पर जानकारी दी कि ममता बनर्जी ने उनके नाटक ‘लज्जा’ को पश्चिम बंगाल में प्रदर्शित होने से प्रतिबंधित कर दिया है।
लेखिका ने बताया कि नाटक का मंचन गोबरडांगा और पांडुआ में होना था और पिछले 2 महीनों से इसका विज्ञापन किया जा रहा था। तस्लीमा नसरीन ने कहा कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने अचानक थिएटर फेस्टिवल के आयोजकों को उनके नाटक का प्रदर्शन न करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि कानून-व्यवस्था की चिंताओं का हवाला देते हुए ममता बनर्जी के इशारे पर यह कारवाई की जा रही है।
तस्लीमा नसरीन ने बताया, “पुलिस का दावा है कि लज्जा के मंचन से मुसलमान दंगे भड़काएंगे। संभावित मुस्लिम दंगों के इसी बहाने से राज्य सरकार ने पहले भी मेरे मेगा सीरियल दुस्साहसबा का प्रसारण रोक दिया था, जिसमें तनावपूर्ण रिश्तों पर चर्चा की गई थी।”
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उन्होंने आगे कहा, “दंगा भड़काने वालों पर कार्रवाई करने के बजाय कला साहित्य पर प्रतिबंध क्यों लगाया जाता है? कलाकार और साहित्यकार की आवाज़ क्यों बुलंद की जाती है? मैं कब तक अकेले यह सवाल करती रहूंगी? अन्याय के खिलाफ़ विरोध करने की ज़िम्मेदारी किसी और की नहीं है?”