एग्जिट पोल आने के बाद सपा कार्यकर्ताओं ने ईवीएम को लेकर जमकर बवाल काटा था। कई स्थानों पर झड़प भी हुई थी। हालांकि पहले भी कई भर चुनाव आयोग कह चूका है कि ईवीएम को हैक नहीं किया जा सकता। बावजूद इसके अपनी हार को देखते हुए राजनीतिक दल हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ते हैं। उत्तर प्रदेश में कई दलों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने वाले अखिलेश यादव के हार को ममता बनर्जी नहीं पचा पा रही हैं। ममता का कहना है कि अखिलेश यादव हारे नहीं हैं हराये गए हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर मोदी सरकार का 2024 में सत्ता हथियाना आसान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह लोकप्रिय जनादेश नहीं है। यह केवल मशीनरी का उपयोग कर सत्ता हासिल की गई है। उन्होंने कहा कि लोग यह सोचकर खुश हो रहे हैं कि 2024 में जीतेंगे, लेकिन इस बार सब कुछ आसान नहीं रहने वाला है।
ममता बनर्जी यहीं नहीं रुकी। उन्होंने ईवीएम की फोरेंसिक जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव हारे नहीं हैं उन्हें हराया गया है। इसे चुनौती देनी चाहिए। बता दें कि उत्तर प्रदेश में ममता बनर्जी ने अखिलेश यादव को समर्थन दिया था। उन्होंने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सातवें चरण में वाराणसी में सपा के गठबंधन सहयोगियों के साथ रैली और रोड शो किया था। इतना ही नहीं ममता ने गंगा आरती में भी भाग लिया था। काशी विश्वनाथ का दर्शन भी किया था। हालांकि ममता बनर्जी ने जब बंगाल में जीत दर्ज की थी तो उस समय उन्होंने ईवीएम पर सवाल नहीं उठाया था। लेकिन जब उनके समर्थक की हार हुई है तो वह बिलबिला उठीं।
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