शराब नीति घोटाले में घिरी आम आदमी पार्टी को झटके पर झटका लग रहा है। रविवार को उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद अरविंद केजरीवाल सरकार के सामने कई चुनौतियां खड़ी थी। वहीं, अब मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि केजरीवाल ने दोनों नेताओं के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है। दोनों नेताओं के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि दोनों नेता जेल में हैं। सत्येंद्र जैन तो कई माह से जेल में बंद हैं। उन पर धन शोधन का मामला है। जबकि,सिसोदिया को रविवार को गिरफ्तार किया गया था।
बताया जा रहा है कि बीजेपी इन नेताओं के इस्तीफे की मांग कर रही थी। ऐसे में माना जा रहा है केजरीवाल जल्द ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। क्योंकि, सिसोदिया के पास 18 विभाग थे। उनके जेल जाने के बाद इन 18 विभागों को कौन संभालेगा यह बड़ा सवाल था। कहा जा रहा है कि केजरीवाल बीजेपी के बढ़ते दबाव को देखते ही दोनों नेताओं के इस्तीफे को मंजूर किया है।
गौरतलब है कि इन दोनों नेताओं के इस्तीफे से पहले केजरीवाल सरकार में सिर्फ छह मंत्री थे। इनमें से मनीष सिसोदिया के पास 33 में 18 विभाग थे। अभी वर्तमान में गोपाल राय,कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन, राजकुमार आनंद अन्य मंत्री है। इस तरह से देखा जाए तो इन नेताओं के पास 15 विभाग थे। वहीं, बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास एक भी विभाग नहीं थे। चर्चा है कि आतिशी और सौरभ भारद्वाज को मंत्री पद दिया जा सकता है। कहा जा रहा है कि अगर सिसोदिया और सत्येंद जैन को दो साल की सजा होती है तो दोनों नेता अगले छह साल तक चुनाव नहीं लड़ सकते हैं।
खबर यह भी है कि दिल्ली सरकार का अभी तक बजट पेश नहीं हुआ है। हालांकि, बजट जल्द ही पेश किया जाने वाला था लेकिन सिसोदिया के गिरफ्तार होने के बाद बजट का कार्य अटक गया है। माना जा रहा है केजरीवाल मंत्रिमंडल का विस्तार कर जल्द ही बजट को पेश कर सकते हैं।
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