मराठा आरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनोज जरांगे पाटिल राज्य भर में यात्रा कर रहे हैं। इस बीच, जरांगे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गढ़ ठाणे में घुस गए। ठाणे में जरांगे पाटिल की एक भव्य रैली आयोजित की गई। ठाणे में एक बड़ी बैठक भी हुई|इस बैठक में मनोज जारांगे ने उन लोगों की आलोचना की जिन्होंने कानून-व्यवस्था का मुद्दा बनाकर मराठा आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की|साथ ही, क्या ऐसे लोगों को सरकार का समर्थन प्राप्त है? ये सवाल भी उठाया गया|
मनोज जरांगे पाटिल ने कहा, हम लोगों से लगातार अपील कर रहे हैं कि राज्य में कहीं भी कानून-व्यवस्था की समस्या न हो| कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिसकर्मी दिन-रात काम करते हैं। हम सभी मराठों से धैर्य बनाए रखने के लिए भी कह रहे हैं ताकि आंदोलन शांतिपूर्ण रहे। फिर भी आप हमारे खिलाफ मुकदमा दायर करते हैं| आपने कल्याण में हमारे खिलाफ मामले दर्ज किए, आपने मैनी, इस्लामपुर, सांगली, धाराशिव जैसी सभी जगहों पर हमारे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामले दर्ज किए।
हम इसलिए नहीं डरेंगे कि आपने केस दर्ज करा दिया है- मनोज जरांगे: मनोज जरांगे पाटिल ने कहा, हम इसलिए नहीं डरेंगे कि आपने हमारे खिलाफ केस दर्ज करा दिया है| अगर आप शांति से काम करते हुए हमें फंसाने लगेंगे तो यह समाज आपको माफ नहीं करेगा। मराठा इसका दूसरा अर्थ क्यों निकालें कि आप ही ऐसा करा रहे हैं? मैं मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्रियों से पूछना चाहता हूं कि क्या आप जानबूझकर यह सब करवा रहे हैं क्योंकि आप हमें आरक्षण नहीं देना चाहते?
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