आनंद दिघे की जयंती पर मराठा समाज को मिला न्याय, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की प्रतिक्रिया!

इस अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ठाणे के खरकर अली इलाके में आनंद दिघे की कब्र का दौरा किया और उपस्थित लोगों से बातचीत की। इस अवसर पर सांसद डाॅ. श्रीकांत शिंदे, पूर्व सांसद मिलिंद देवड़ा, शिवसेना ठाणे जिला प्रमुख नरेश म्हस्के उपस्थित थे।

आनंद दिघे की जयंती पर मराठा समाज को मिला न्याय, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की प्रतिक्रिया!

Maratha community got justice on the birth anniversary of Anand Dighe, reaction of Chief Minister Eknath Shinde!

हम दिवंगत शिवसेना ठाणे जिला प्रमुख आनंद दिघे की जयंती पर जनोन्मुखी कार्यक्रम कर रहे हैं। इसीलिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ठाणे में एक कार्यक्रम में बोलते हुए अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आज के दिन मराठा समुदाय के लिए एक बड़ा फैसला लेकर समुदाय को न्याय दिया गया है| दिवंगत शिवसेना ठाणे जिला प्रमुख आनंद दिघे की जयंती शनिवार को हर जगह मनाई जा रही है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ठाणे के खरकर अली इलाके में आनंद दिघे की कब्र का दौरा किया और उपस्थित लोगों से बातचीत की। इस अवसर पर सांसद डाॅ. श्रीकांत शिंदे, पूर्व सांसद मिलिंद देवड़ा, शिवसेना ठाणे जिला प्रमुख नरेश म्हस्के उपस्थित थे।

हम गुरुवर्य आनंद दिघे की जयंती विभिन्न गतिविधियों के साथ मनाते हैं। जनोन्मुखी कार्यक्रम आयोजित करता है जो समाज के लिए उपयोगी होते हैं। दिघे ने हमें जो सिखाया है, हम आदर्श तरीके से राज्य में काम कर रहे हैं, न कि ठाणे जिले में। हमारे पास बालासाहेब ठाकरे और आनंद दिघे का आशीर्वाद है।’ इसीलिए मुख्यमंत्री शिंदे ने आनंद दिघे की जयंती के मौके पर कहा कि उन्होंने मराठा समुदाय के लिए बड़ा फैसला लिया है|

दिघे की जयंती पर हमने कई वर्षों से सुविधाओं से वंचित मराठा समुदाय को न्याय दिया है| ओबीसी या किसी अन्य समुदाय के साथ अन्याय किए बिना मराठा समुदाय को न्याय दिया गया है। मराठा समुदाय आज तक रियायत से वंचित था। उन्होंने कहा, लेकिन मुझे गर्व है कि हमारी सरकार ने उन्हें न्याय देने का फैसला लिया।आनंद दिघे के नाम पर योजना: सब्सिडी योजना महाडीबीटी पोर्टल पर संचालित सभी प्रस्तावित योजनाओं में से एक है। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिंदे ने घोषणा की कि इसका नाम धर्मवीर श्री आनंद दिघे लाभ समर्पण योजना रखा गया है|

गुरुवर्य आनंद दिघे ने समाज की सेवा करते हुए निस्वार्थ भाव से कार्य किया। उन्होंने सर्व समाज को अपना परिवार मानकर कार्य किया है। हम उनके मार्गदर्शन को आंखों के सामने रखकर काम कर रहे हैं।’ दिघे को लगा कि गरीबों को न्याय मिलना चाहिए|

जो भी उनके दरबार में समस्या लेकर आता था वह मुस्कुराकर लौट रहा था। इसीलिए सरकार ने उनके नाम पर एक योजना शुरू करने का फैसला किया है| यह ऐसी लाभ योजना को उन लोगों को समर्पित करने की योजना है जो आर्थिक रूप से बहुत समृद्ध हैं और जिन गरीबों को इसकी आवश्यकता है। दिघे ने अपना पूरा जीवन सार्वजनिक सेवा और समाज सेवा के लिए समर्पित कर दिया। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, इसीलिए राज्य सरकार ने उनके नाम पर यह योजना शुरू की है।

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