अंतरवली सराती गांव में मनोज जरांगे पाटिल की बैठक हुई| इस अवसर पर अनेक मराठा भाई उपस्थित थे। गुणरत्न सदावर्ते ने इस पर टिप्पणी की| यह कोई भव्य बैठक नहीं है| यह है मनोज जरांगे पाटिल का पराजयवादी रवैया| यह सिर्फ एक जारांज मेला था! यह कोई बड़ी बैठक नहीं थी| सभी ने आनंद लिया,सदावर्ते ने कहा कि वे भ्रमित हैं, इसमें कोई संवैधानिक दृष्टिकोण नहीं है|
मैं एक खुली श्रेणी का वकील हूं| मैंने पावर ऑफ अटॉर्नी स्वीकार कर ली है| हम डंके की चोट पर कहते हैं कि मराठा समुदाय को आरक्षण नहीं मिलेगा। गुणरत्न सदावर्ते ने कहा कि हम उनका पुरजोर विरोध करेंगे मराठा वर्ग की मांग है| फिर कुनबी पूछता है, उन्हें नहीं पता|शरद पवार जरांगे के बॉस हैं| शरद पवार जैसा बोलते हैं वैसा करते हैं| जरांगे ने शरद पवार की भूमिका के बारे में बात की| गुणरत्न सदावर्ते ने इस बात की भी आलोचना की है कि वे जरांगे पाताल तक कैसे पहुंचे?
नेतन्याहू की हमास को सीधी चेतावनी, ”दुश्मन से लड़ने के लिए हम अपनी पूरी ताकत लगाएंगे”!