30 तारीख को बीड जिले में जिस तरह से घटनाक्रम सामने आया, वह दुर्भाग्यपूर्ण है|आज तक के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ|ऑडियो क्लिप का गलत मतलब निकाला गया और दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी|इस देश ने आरक्षण के लिए कई आंदोलन देखे हैं|हालांकि घर पर ऐसा हमला कभी नहीं हुआ| इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है|इसके पीछे एक बड़ी साजिश है|ऑडियो क्लिप के माध्यम से विकृत किया गया। मंत्री धनंजय मुंडे ने आरोप लगाया कि कौन किस समुदाय का है यह देखकर घर में आग लगाना बड़ी साजिश है|
जिले में एनसीपी भवन को जला दिया गया|क्षीरसागर का घर जला दिया गया, उनका दफ्तर जला दिया गया| सुभाष राऊत का पूरा होटल जला दिया गया|भाजपा, शिवसेना, आरएसएस के दफ्तरों में तोड़फोड़ की गई|ये सब तय हुआ| बीड जिले की मांग है कि इसमें जो भी दोषी है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए| जन प्रतिनिधि के घर में आग लगा दी गयी|मंत्री मुंडे ने यह भी कहा कि वह मंगलवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात कर पता लगाएंगे कि इसके पीछे का मास्टरमाइंड कौन है|
इस दौरान मुंडे ने मांग की कि बीड में हुई घटना की जांच एसआईटी से कराई जाए|हमलावर अपने साथ पेट्रोल बम, हथियार लेकर आये थे, जिसने भी ऐसा किया है, उसे बख्शा नहीं जाएगा।’ अचानक हुई घटना से पुलिस बल बंट गया। यह पूर्व नियोजित था. वह गृह मंत्री और मुख्यमंत्री से मिलकर हर तरह का खाना दिलाने की मांग करने वाले हैं| उन्होंने यह भी आलोचना की कि यहां प्रशासन विफल रहा है|
बीड की इस घटना में कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए|हालांकि, किसी को नहीं पता कि उनका इलाज कहां हुआ। हमें यह देखना होगा कि उनके साथ किसके घर में व्यवहार किया गया।’ इस घटना की गहनता से जांच होनी चाहिए|’ छापेमारी के दौरान घरों की नंबरिंग की गई। इसमें जो भी शामिल होगा, उसे सजा दी जायेगी| प्रकाश दादा ने जो कहा वह सत्य होगा। मंत्री मुंडे ने कहा कि इसके लिए एसआईटी जांच की मांग कर रहे हैं|
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