मराठा आरक्षण की पृष्ठभूमि में राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी की है| मनोज जरांगे पाटिल ने मांग की है कि इस अधिसूचना को लागू किया जाये और 15 तारीख को विशेष सत्र बुलाया जाये| इसी मांग को लेकर एक बार फिर से मनोज जरांगे पाटिल अंतरवली सराती में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गये हैं| इस चौथे चरण की भूख हड़ताल में पूरे महाराष्ट्र से मराठा समुदाय एकजुट हुआ है|इसलिए मनोज जरांगे पाटिल ने चेतावनी दी है कि अगर अभी आरक्षण लागू नहीं हुआ तो क्या होगा यह तो समय ही बतायेगा|
मनोज जरांगे पाटिल अनशन का आज तीसरा दिन है| तीन दिनों तक बिना पानी के रहने के कारण मनोज जरांगे पाटिल की हालत खराब हो गई है। उन्होंने कहा कि वह ठीक से चल भी नहीं पाते और बात भी नहीं कर पाते| साथ ही जरांगे पाटिल ने कहा कि अगर 15 तारीख को विशेष सत्र बुलाकर कानून लागू नहीं किया गया तो उन्हें ध्यान नहीं आएगा कि महाराष्ट्र में क्या हो रहा है|
चल और बात नहीं कर सकते: मनोज जरांगे पाटिल के आंदोलन का समर्थन करने के लिए कुछ पीएचडी छात्र भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए हैं। उन्होंने ये आंदोलन इसलिए शुरू किया है ताकि उन्हें भी सही नौकरी मिल सके| हालांकि, मनोज जरांगे ने उन पर अपना गुस्सा जाहिर किया|आपकी मांग सही है, लेकिन अपने बारे में न सोचें, समाज के बारे में सोचें, मनोज जरांगे ने कहा| आप पढ़े-लिखे हैं, इसलिए आपको इस आरक्षण का अध्ययन करना चाहिए और समझौता करना चाहिए।
आपकी मांगें मानने के लिए हमने तीन बैठकें की हैं,लेकिन, जरांगे पाटिल ने अनुरोध किया कि आप मराठा समुदाय के गरीब छात्रों के बारे में भी सोचें और उनके आरक्षण पर कायम रहें। इसके अलावा, मैं अब चल नहीं सकता और बात भी नहीं कर सकता। मनोज जरांगे ने शिकायत की है कि मैं ठीक से बैठ भी नहीं पाता हूं|
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