मायावती ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार को बर्खास्त कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की वकालत की है। राजस्थान में एक दलित की पिटाई के बाद मायावती गहलोत सरकार पर भड़की हुई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार दलितों आदिवासियों की रक्षा करने में नाकाम साबित हो रही है, ऐसे उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग है उधर विपक्ष भी गहलोत सरकार पर हमलावर है।
मायावती ने ट्वीट में लिखा है कि राजस्थान के जालौर के सुराणा में एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले कक्षा नौ के छात्र द्वारा प्यास लगने पर शिक्षक के मटके से पानी पीने पर स्वर्ण जाति के शिक्षक द्वारा बुरी तरह से पिटाई से मौत हो गई। उन्होंने लिखा है कि इस घटना की जितनी निंदा की जाय उतनी ही कम है।
वहीं, दूसरे ट्वीट में कहा कि,राजस्थान में ऐसी घटनाएं लगातार हो रही हैं। इससे इससे साफ़ है कि गहलोत सरकार दलितों और आदिवासियों की रक्षा करने में नाकाम साबित हो रही है। इस तरह की सरकार को बर्खास्त कर यहां राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। दरअसल जालौर जिले में एक प्राइवेट स्कूल में कक्षा नौ के छात्र को एक शिक्षक ने इसलिए छात्र को पीटा कि वह दलित जाति का था और जबकि वह उच्च वर्ग का था। छात्र ने प्यास लगने पर टीचर के रखे मटके से पानी निकालकर पी लिया था। छात्र की पिटाई 20 जुलाई को की गई थी। इलाज के दौरान उसकी शनिवार को मौत हो गई।
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