बसपा मुखिया मायावती ने एनडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को समर्थन देने का ऐलान किया है। मायावती ने एक बार फिर विपक्ष के घाव पर नमक छिड़कर जलन का अहसास कराया है। इससे पहले मायावती ने एनडीए की राष्ट्रपति उम्म्मीद्वार द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन देकर सभी चकित कर दिया था। बसपा मुखिया के इस निर्णय से राजनीतिक हलकों में कई मायने निकाले जाने लगे हैं। मायावती के इस फैसले से विपक्ष को बड़ा झटका माना जा रहा है।
बसपा की मुखिया मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा कि सर्वविदित है कि देश के सर्वोच्च राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव सत्ता और विपक्ष के बीच आम सहमति नहीं बनने से इसके लिए चुनाव हुआ। अब एक बार फिर वही स्थिति निर्मित बन गई है उपराष्ट्रपति पद के लिए 6 अगस्त को चुनाव होने जा रहा है। उन्होंने दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि बीएसपी ने ऐसे में उपराष्ट्रपति पद के लिए हो रहे चुनाव में व्यापक जनहित और मूवमेंट को ध्यान में रखकर जगदीप धनखड़ को अपना समर्थन देने का फैसला किया है, और जिसकी आज मई औपचारिक रूप से घोषणा कर रही हूं।
गौरतलब है कि मौजूदा उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो रहा है। वहीं, उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 6 अगस्त को मतदान होगा और उसी दिन इन वोटों की गिनती होगी। वैसे भी मायावती ने एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया था।मायावती द्वारा एनडीए के उम्मीदवार को समर्थन किये जाने से विपक्ष को बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि, बीएसपी का कहना है कि उसका यह फैसला स्वतंन्त्र रूप से लिया गया है।
यह निर्णय न तो सत्ता पक्ष के समर्थन में है और न ही विपक्ष के विरोध में। बता दें कि उपराष्ट्रपति पद के एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ हैं जबकि विपक्ष कांग्रेस की नेता मार्गरेट अल्वा को उम्मीदवार बनाया गया है। इससे पहले भी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किसी भी उम्मीदवार को वोट नहीं करने का ऐलान किया है। इस तरह से देखा जाए तो एनडीए का पलड़ा उपराष्ट्रपति चुनाव में भी भारी पड़ता दिख रहा है।
ये भी पढ़ें