राज्य में नगर निगम चुनाव की तारीख अभी तय नहीं हुई है फिर भी अनुमान लगाया जा रहा है कि आगामी समय में पालिका चुनाव शीघ्र ही कराया जा सकता है| ऐसे में सभी दाल निगम चुनाव को लेकर अपने – अपने दांव चलने शुरू कर दिए हैं| इस स्थिति में मनसे प्रमुख राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे की मुलाकात मात्र एक संयोग ही नहीं अपितु एक प्रयोग रूप में देखा जा रहा है| राज और उद्धव की मुलाकात से राज्य की राजनीति गरमाती दिखाई दे रही है|
बता दें कि इन दोनों नेताओं के मिलने से कयास यह भी लगाया जा रहा है कि नगर निगम चुनाव को लेकरदोनों दलों के बीच गठबंधन की संभावना बढ़ सकती है। दूसरी ओर मौजूदा समय में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) और सत्ताधारी गठबंधन महायुति में अंदरूनी मतभेद की खबरें भी चल रही हैं। इस सबके बीच दोनों नेताओं की मुलाकात यह संकेत दे रही है कि राज्य में राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं।
मनसे प्रमुख राज ठाकरे और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे की मुलाकात ने राजनीतिक अटकलों को हवा मिल गयी है। रविवार को मुंबई के अंधेरी इलाके में एक शादी समारोह के दौरान दोनों नेता आमने-सामने आए और बातचीत की। यह मुलाकात आगामी नगर निगम चुनावों से पहले गठबंधन की संभावनाओं को लेकर चर्चा का विषय बन गई है।
हालांकि, अभी तक किसी भी पार्टी ने राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे की मुलाकात पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन महाराष्ट्र की राजनीति में इस मुलाकात को अहम माना जा रहा है। राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के बीच लंबे समय से राजनीतिक दूरियां बनी हुई हैं। लेकिन हाल के दो महीनों में यह उनकी तीसरी मुलाकात थी, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि दोनों नेता एक बार फिर एक साथ आ सकते हैं।
राज ठाकरे ने 2005 में शिवसेना से अलग होकर 2006 में अपनी नई पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) बनाई थी। हालांकि, पिछले साल नवंबर महीने में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिवसेना (यूबीटी) को 20 सीटें मिली थीं, जबकि मनसे को एक भी सीट नहीं मिली थी।
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