कांग्रेस को फिर याद आया विधानसभा अध्यक्ष पद

बगावत के डर से शिवसेना-एनसीपी टाल रहे विधानसभा अध्यक्ष  चुनाव 

कांग्रेस को फिर याद आया विधानसभा अध्यक्ष पद

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को विधान सभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिए 10 माह हो गए पर शिवसेना व एनसीपी कांग्रेस को अध्यक्ष पद देेने के लिए तैयार नहीं हैं। राज्य की तीन दलों वाली सरकार में तीसरे दर्जे की पार्टनर कांग्रेस ने एक बार फिर विधानसभा अध्यक्ष पद दावा ठोका है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटोले ने कहा कि 22 दिसंबर से शुरु होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कराने की हम मांग करेंगे। दरअसल पार्टी विधायकों की नाराजगी के चलते क्रास वोटिंग की आशंका के चलते शिवसेना-एनसीपी विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव से डर रहे हैं। यदि सदन में विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव में सत्ताधारी दल को हार मिली तो यह सरकार चली जाएगी।

 महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने स्पष्ट किया है कि विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव दिसंबर में होने वाले शीतकालीन सत्र में होगा और नया अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी से ही होगा ।शुक्रवार को तिलक भवन में पत्रकारों से बात करते हुए पटोले ने कहा कि अब तक हुए अधिवेशन की अवधि कोरोना के कारण कम रखी गई थी। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए चयन प्रक्रिया में तीन दिन लगते हैं, इसलिए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव अभी तक नहीं हुआ है।
हालांकि शीतकालीन सत्र में विधानसभा के अध्यक्ष का चुनाव ध्वनि मत से होगा। पटोले ने कहा कि देश भर के सभी राज्यों में वॉयस वोटिंग के तरीका अपनाया जाता है। ऐसे में इसमें कुछ भी गलत नहीं है। विधानसभा ने अपने नियमों में बदलाव किया है। महाराष्ट्र में भी विधान परिषद के अध्यक्ष का चुनाव इसी तरह से किया जाता है, इसलिए इस पर आपत्ति करने का कोई कारण नहीं है।

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