अमरावती सांसद नवनीत राणा और छत्रपति संभाजीनगर सांसद इम्तियाज जलील के बीच अच्छी जुबानी जंग हो चुकी है। कुछ दिन पहले जलील ने राणा की आलोचना की थी| इसके बाद नवनीत राणा ने भी जलील को सीधे चुनौती दे दी| अगर हिम्मत है तो मेरे खिलाफ चुनाव लड़कर दिखाओ|
“हिम्मत है तो…”: मैंने उस दिन संसद में कहा था कि अगर आपको इस देश में रहना है तो जय श्री राम कहना होगा। सांसद इम्तियाज जलील ने कहा, हम नवनीत राणा को हराने के लिए अमरावती आएंगे। अगर उनमें हिम्मत है तो वे अमरावती आएं और मेरे खिलाफ चुनाव लड़ें।’ नवनीत राणा ने जलील को खुली चुनौती दी।
56 आपकी तरह आते हैं और चले जाते हैं: अगर जलील मेरे खिलाफ चुनाव नहीं लड़ते हैं, तो मैं देखता हूं कि वह छत्रपति संभाजीनगर में कैसे चुने जाएंगे। इम्तियाज जलील असदुद्दीन ओवैसी के चमचे हैं| नवनीत राणा ने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि संभाजीनगर के लोग इस बार जलील को निर्वाचित नहीं होने देंगे। मेरी विचारधारा मेरे साथ है| तेरे जैसे 56 आये और चले गये। मैं एक औरत हूँ यदि मैं मैदान में खड़ा हुआ तो मैं तुम्हें हरा दूंगा।
संसद में भाषण को लेकर दोनों नेता आमने-सामने: इस बीच संसद में बोलते हुए नवनीत राणा ने बयान दिया था कि देश में रहना है तो जय श्री राम कहना होगा| तब एमआईएम सांसद इम्तियाज जलील ने राणा की आलोचना की थी| अब राणा ने भी जलील को खुली चुनौती देते हुए कहा है कि मुझे चुनाव में हराओ| तो जलील नवनीत राणा को क्या जवाब देंगे? ये देखना अहम होगा|
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