वीर सावरकर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी के बाद एक तरफ जहां शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) उनके खिलाफ हो गया है तो वहीं दूसरी तरफ एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) चीफ शरद पवार ने भी वीर सावरकर का समर्थन किया है। दरअसल नागपुर में एक कार्यक्रम में पहुंचे एनसीपी चीफ शरद पवार ने वीर सावरकर के मु्द्दे पर अपनी बात रखी। शरद पवार ने कहा कि आज लोग सावरकर को राष्ट्रीय मुद्दा बना रहे हैं, जबकि यह कोई राष्ट्रीय मुद्दा है ही नहीं। शरद पवार ने कहा कि सावरकर के बारे में लोगों की चाहे जो भी राय हो, लेकिन उनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है। उद्धव ठाकरे के बाद अब शरद पवार का यह बयान कांग्रेस के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है।
इस दौरान शरद पवार ने संसद में सावरकर पर रखी अपनी बात का जिक्र किया शरद पवार ने कहा कि 32 साल पहले की बात है। उन्होंने संसद के अंदर वीर सावरकर के अच्छे विचारों के बारे में अपनी बात रखी थी। उन्होंने कहा कि वीर सावरकर ने महाराष्ट्र के रत्नागिरी में एक घर बनवाया था। साथ ही घर के सामने एक छोटा मंदिर भी बनवाया था। उस मंदिर में पूजा करने के लिए वीर सावरकर ने वाल्मीकि समुदाय के एक व्यक्ति को जिम्मेदारी दी। यह एक अच्छी पहल थी।
पवार ने आगे कहा, ‘इसके अलावा ब्रिटिश राज की ओर से राष्ट्र के लिए उनके बलिदान और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में सेलुलर जेल में उनके कारावास को भुलाया नहीं जा सकता है।’ इसके अलावा अडानी मामले की जांच में भी शरद पवार ने अलग रुख रखा। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित 6 सदस्यीय कमिटी को संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की तुलना में अधिक प्रभावी बताया।
वीर सावरकर पर राहुल गांधी की टिप्पणी के बाद से ही बीजेपी उन पर निशाना साध रही है। साथ ही साथ एमवीए में शामिल उद्धव गुट को भी निशाने पर ले रही है। बीजेपी का कहना है कि राहुल गांधी बार-बार सावरकर का अपमान करते हैं, लेकिन उद्धव ठाकरे जी कुछ नहीं बोलते हैं। वहीं आज बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुट) वीर सावरकर के सम्मान में एक ‘सावरकर गौरव यात्रा’ का आयोजन कर रहा है।
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