शरद पवार गुट के एक वरिष्ठ नेता ने आज सुबह एनसीपी अध्यक्ष अजित पवार से मुलाकात की| सतारा में एनसीपी के वरिष्ठ नेता शशिकांत शिंदे आज अजित पवार से मिलने पहुंचे|उन्होंने शरद पवार की पार्टी के चुनाव चिन्ह ट्रम्पेट पर लोकसभा और फिर विधानसभा चुनाव लड़ा।दोनों चुनावों में उन्हें हार मिली| लोकसभा सांसद उदयनराजे भोसले और विधायक महेश शिंदे हारे| शशिकांत शिंदे से मुलाकात के बाद अब राजनीतिक गलियारे में चर्चा शुरू हो गई है|
इस पर एनसीपी प्रवक्ता अमोल मिटकारी ने प्रतिक्रिया दी है| “कुछ चीजों को न कहना ही बेहतर होता है। अंततः अजितदादा उप मुख्यमंत्री बने। आज बहुत से लोग सत्ता से बाहर असहज हैं। इसमें शशिकांत शिंदे हैं| तो उन्हें चले जाना चाहिए| कल विपक्षी बेंच पर रहते हुए उन्होंने कहा कि इस सरकार में कोई जान नहीं है| तो हो सकता है कि वे आज दादा से मिलने आए हों, अगर वे कह रहे हैं कि यह एक सद्भावना यात्रा थी, तो शशिकांत शिंदे जैसे नेता सद्भावना यात्रा स्वीकार नहीं करेंगे,” अमोल मिटकारी ने कहा।
‘ऐसा अहंकार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा’: ”मैं समझता हूं कि छगन भुजबल की नाराजगी दादा खुद दूर करेंगे| वह एक वरिष्ठ नेता हैं| अमोल मिटकारी ने कहा, ”छगन भुजबल ने कैसे बयान दिया, आज उनके समर्थकों की बैठक है, वह इसका खुलासा करेंगे|” शरद पवार गुट के राजापुरकर ने छगन भुजबल से मुलाकात की, जिस पर अमोल मिटकारी ने कहा, ”छगन भुजबल कई वर्षों से ओबीसी का नेतृत्व कर रहे हैं| हम ओबीसी हैं|
उनसे कोई भी मिल सकता है, लेकिन कार्यकर्ताओं की आड़ में कुछ मनचले कार्यकर्ता एकजुट होकर आंदोलन करेंगे तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। तदनुसार उत्तर दिया जायेगा। इस तरह का अहंकार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा|’ अजितदादा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं”|
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