राज्यसभा चुनाव के बाद विधान परिषद चुनाव में महाविकास अघाड़ी को जोरदार झटका लगा है| विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस की रणनीति सफल रही, बावजूद इसके कि महाविकास अघाड़ी में सभी दलों ने इस बात का ध्यान रखा कि विधान परिषद में वोटों का बंटवारा न हो|महाविकास अघाड़ी के 21 मतों के बंटवारे से महाविकास अघाड़ी में हड़कंप मच गया है। उसके बाद राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट ने प्रतिक्रिया देते हुए नाराजगी जताई है।
राजस्व मंत्री ने कहा कि यह हार चौंकाने वाली है और सभी को आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि अगर सब कुछ हमारे पक्ष में है तो हमें इसे एक सरकार के रूप में सोचने की जरूरत है| बालासाहेब थोराट ने मीडिया से बात करते हुए यह बात कही है| उनके इस बयान की राजनीतिक गलियारों में खासी चर्चा है।
महाविकास अघाड़ी के दलों ने इस बात का विशेष ध्यान रखा था कि राज्य सभा की तरह विधान परिषद चुनाव में कोई गलती न हो। हालांकि, महाविकास अघाड़ी को एक नहीं बल्कि 21 वोटों से हार का सामना करना पड़ा है। पता चला है कि कांग्रेस को तीन वोटों का नुकसान हुआ है। क्योंकि कांग्रेस को 44 में से 41 वोट मिले थे| 10वीं सीट के लिए कांग्रेस के चंद्रकांत हंडोरे और भाई जगताप आमने-सामने थे। भाई जगताप की जीत से चंद्रकांत हंडोरे हार गए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस की रणनीति पूरी चुनावी प्रक्रिया में सफल साबित हुई। भाजपा के प्रवीण दरेकर, राम शिंदे, उमा खापरे, श्रीकांत भारतीय और प्रसाद लाड सभी जीते हैं| इतना ही नहीं भाजपा के हाथ में 113 वोट होने के बावजूद 133 वोट मिले और महाविकास अघाड़ी को तोड़ दिया।
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