शिवसेना सांसद संजय राउत को कोर्ट से जबर्दस्त झटका मिला है| आज हुई सुनवाई के बाद एक बार फिर ईडी की हिरासत में भेजा दिया है| अदालत ने ईडी को 8 अगस्त तक हिरासत में पूछताछ के लिए राउत को भेज दिया है। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने राउत को 4 अगस्त तक सुनवाई की तारीख दी थी, जिसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया था|
ईडी ने जहां अभी तक हेराफेरी की रकम का पता लगाया है, वहीं यह पता चला है कि एचडीआईएल से प्रवीण राउत के खाते में करीब 112 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं| इस राशि को प्रवीण राउत ने अपने करीबी सहयोगियों, परिवार के सदस्यों, अपने पेशेवर संगठनों आदि के विभिन्न खातों में भेज दिया था।
इसमें से एक करोड़ छह लाख 44 हजार 375 रुपये संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को दिए गए, जिसमें से 55 लाख वर्ष 2009-2010 में वर्षा राउत को ऋण (असुरक्षित) के रूप में प्राप्त हुए थे। इसमें से एक फ्लैट खरीदा गया था। इसके अलावा वर्षा राउत और संजय राउत को प्रवीण राउत के व्यापारिक संबंध प्रथमेश डेवलपर्स के जरिए 37 लाख 50 हजार रुपये का मुनाफा हुआ। वर्षा और संजय राउत ने इसके लिए क्रमश: 12 लाख 40 हजार और 17 लाख 10 रुपये का निवेश किया था।
ईडी ने कोर्ट को बताया कि वर्षा राउत को महज एक करोड़ रुपये के निवेश पर 1.3 लाख 94 हजार का मुनाफा हुआ। इसके अलावा संजय राउत भी इस मामले की साजिश में शामिल है और प्रवीण राउत को मोहरे के तौर पर इस्तेमाल किया जाता था।